Ayodhya Ram Mandir : अयोध्या में रामलला अपने भव्य महल में विराजमान हो गए हैं. राम मंदिर में सोमवार को हुई प्राण प्रतिष्ठा समारोह के साथ ही रामभक्तों का सालों का इंतजार खत्म हो गया. वहीं आम जनता के लिए राम मंदिर के कपाट मंगलवार की सुबह खोल दिए गए. वहीं कपाट खुलते ही अयोध्या में भक्तों का सैलाब आ गया है. भगवान राम के दर्शन के लिए लाखों की तादाद में लगातार श्रद्धालु पहुंच रहे हैं.
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गर्भगृह में पहुंचे अधिकारी
जानकारी के मुताबित अयोध्या में अब तक 3 लाख लोग सवेरे से रामलला के दर्शन कर चुके हैं. इतने ही अभी और बचे हैं. दर्शन के लिए भारी भीड़ जुट रही है. अब यूपी के प्रमुख गृह सचिव संजय प्रसाद और डीजी क़ानून व्यवस्था प्रशांत कुमार गर्भ गृह की व्यवस्था खुद देखने के लिए वहां मौजूद हैं.
बनाई गई तीन स्तरीय सुरक्षा
सुबह अयोध्या में मंदिर दर्शन को जुटी भारी भारी भीड़ से फैली अव्यवस्था के बाद जागा प्रशासन. अयोध्या प्रशासन ने तीन स्तरीय सुरक्षा लगाई. अभी पहले लाइन पर जिला प्रशासन दूसरी लाइन पर एसपी के जवान और तीसरी लाइन पर रैपिड एक्शन फोर्स की टुकड़ी तैनात की गई है. हजारों की तादाद में दर्शनार्थियों को कतारबद्ध कर मंदिर की ओर दर्शन के लिए ले जाया जा रहा है. दोपहर दो बजे सुरक्षा को दोबारा पटरी पर लाने के बाद नए तरीके से दर्शन कराने की शुरुआत की गई है.
प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन को लेकर हुई थी प्रशंसा
बता दें कि 22 जनवरी अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा 7 हजार से ज्यादा लोगों ने शिरकत की. इनमें राजनेता, मशहूर हस्तियां, उद्योगपति, संत और अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि शामिल रहे. वहीं कार्यक्रम की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर यूपी पुलिस की तारीफ भी की गई. दिल्ली पुलिस ने उत्तर प्रदेश पुलिस की ओर से दी गई सुरक्षा और परिवहन व्यवस्था का जिक्र करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर उसकी तारीफ की.
राम मंदिर में भेजे गए ATS और RAF
वहीं 22 जनवरी के बाद मंगलवार को वहां अव्यवस्था देखी गई. राम जन्मभूमि पथ पर जाने वाले श्रद्धालुओं को कई बेरीकेटिंग से गुजरना पड़ रहा है, इसलिए मुख्य सड़क पर ही कतारबद्ध कर उन्हें मंदिर दर्शन को भेजा जा रहा है. भक्तों की भीड़ को देखते हुए ATS और RAF के जवान रामलला मंदिर के अंदर भेजे गए. श्रद्धालुओं की आड़ में कोई गड़बड़ी न फैला सके इसलिए एटीएस कमांडो की टीम और RAF को चेकिंग और सुरक्षा के लिए भेजा गया.
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