सेंट्रल नोएडा के डीसीपी आईपीएस राम बदन सिंह पर गंभीर आरोप लगा है. एक अज्ञात व्यक्ति ने उनके खिलाफ प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में लेटर लिख शिकायत की है.
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शिकायत में आरोप लगाया गया है कि इससे पहले जनपद में सीओ पद पर तैनात रहे रामबदन सिंह ने बेकसूर लोगों को फर्जी मुकदमों में फंसाया, अब भी वही काम कर रहे हैं. हालांकि, लेटर में शिकायतकर्ता ने बताया कि वह 70 साल का एक बुजुर्ग है. बता दें कि यह लेटर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.
क्या है पूरा मामला?
शिकायतकर्ता के मुताबिक, साल 1999 से लेकर 2003 तक नोएडा में सीओ पद पर तैनात राम बदन सिंह ने फर्जी तरीके से उनके बेटे को एक मामले में फंसा दिया. रिहा होने के बाद उनके बेटे ने फांसी लगा ली.
शिकायतकर्ता ने बेटे की मौत का जिम्मेदार आईपीएस राम बदन सिंह को बताया है. इसके साथ ही आरोप लगाया कि राम बदन सिंह साल 1999 से लेकर 2003 तक नोएडा में जब सीईओ के पद पर तैनात थे तब कुछ लोगों के साथ मिलकर बेकसूर लोगों को फर्जी मुकदमों में फंसाया करते थे और उनसे वसूली किया करते थे.
डीसीपी पर लगाया गंभीर आरोप
शिकायतकर्ता ने लिखा कि अब एक बार फिर डीसीपी के पद पर तैनात राम बदन सिंह इसी तरह लोगों के ऊपर गैंगस्टर एक्ट, नारकोटिक्स एक्ट लगाकर फर्जी कार्रवाई कर रहे हैं और खुलेआम नोएडा में वसूली कर रहे हैं.
शिकायतकर्ता ने अपना नाम नहीं बताया है. इसका कारण बताते हुए उसने कहा कि शिकायत के बाद उसे जान का खतरा है, इसलिए वह पहचान नहीं बता सकता है.
डिसीपी ने आरोपों पर क्या कहा?
वहीं, शिकायत पत्र पर डिसीपी रामबदन सिंह ने अपना पक्ष रखा है. रामबदन सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अगर कोई शिकायत हुई है तो उसकी सच्चाई से जांच कराई जाए.
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