गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई बच्चों की मौत के मामले में आरोपी डॉ. कफील खान को बर्खास्त कर दिया गया है.
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उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव (चिकित्सा शिक्षा) आलोक कुमार ने ‘पीटीआई-भाषा’ को इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि जांच में दोषी पाए जाने के बाद डॉ. कफील खान को बर्खास्त कर दिया गया है.
बता दें कि अभी तक निलंबित चल रहे डॉ. कफील खान को महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा (डीजीएमई) कार्यालय से संबद्ध किया गया था.
प्रमुख सचिव कुमार ने बताया कि यह मामला चूंकि अदालत में चल रहा है, इसलिये बर्खास्त किए जाने के संबंध में अदालत में जानकारी दी जाएगी.
नौकरी से बर्खास्तगी के बाद डॉ. कफील ने कहा,
“8 लोग जिन पर आरोप लगे थे उनमें से 7 को बरी कर दिया गया, लेकिन सरकार ने मुझे बर्खास्त कर दिया जबकि सरकार ने खुद क्लीन चिट दी थी. अदालत ने मेरे खिलाफ कुछ नहीं पाया, बावजूद इसके मुझे नौकरी से बर्खास्त किया गया है. खैर, कोई बात नहीं अब 4 महीने की बात है. 4 महीने के बाद बीआरडी मेडिकल कॉलेज के असली अपराधी सलाखों के पीछे होंगे.”
डॉ. कफील खान
इस मामले में कांग्रेस महासचिव ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा, “उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा डॉ. कफील खान की बर्खास्तगी दुर्भावना से प्रेरित है. नफरती एजेंडे से प्रेरित होकर उनको प्रताड़ित करने के लिए वह यह सब कर रही है, लेकिन सरकार को ध्यान रखना चाहिए वह संविधान से ऊपर नहीं है. कांग्रेस पार्टी डॉ. कफील की न्याय की लड़ाई में उनके साथ है और हमेशा रहेगी.”
गौरतलब है कि गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में अगस्त 2017 में ऑक्सीजन की कमी से कई बच्चों की मौत हो गई थी. इसके बाद 22 अगस्त को डॉ. कफील को निलंबित कर दिया गया था और उनके खिलाफ जांच चल रही थी.
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