Gorakhpur: कुशीनगर के थाना अहिरौली बाजार की रहने वाली रवीना की जिंदगी अपने परिवार के साथ खुशहाल चल रही थी. मगर तभी उसके पास फेसबुक पर एक फ्रेंड रिक्वेस्ट आई. इस फ्रेंड रिक्वेस्ट ने उसकी पूरी जिंदगी बदल कर रख दी. आज रवीना इंसाफ के लिए पुलिस से मदद मांग रही है. इस फ्रेंड रिक्वेस्ट से रवीना आज रवीना बानो बन गई है और उसे ऐसा धोखा मिला है, जिसे वह शायद ही जिंदगी में कभी भूल पाए.
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दरअसल उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से लव जिहाद का एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने सभी को हिला कर रख दिया है. किसी को भी यकीन नहीं हो रहा कि कोई शख्स इस तरह का भी खेल खेल सकता है. कुशीनगर की रवीना का आरोप है कि गुजरात की राजधानी अहमदाबाद के रहने वाले बड़े व्यापारी ने अपनी असल पहचान छिपाकर उसके साथ शादी की. शादी के बाद उसपर इस्लाम अपनाने का दबाव बनाया और उसे बुरी तरह से प्रताड़ित किया.
वसीम बना बसंत और रवीना के साथ खेला गंदा खेल
एक दिन रवीना की फेसबुक पर एक फ्रेंड रिक्वेस्ट आती है. युवती इस फ्रेंड रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट कर लेती है. बसंत नामक शख्स ने ये फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी थी. धीरे-धीरे युवती और बसंत में बात शुरू हो जाती है और दोस्ती हो जाती है. फिर ये दोस्ती प्यार में बदल जाती है. बसंत खुद को अहमदाबाद का निवासी बताता है और कहता है कि वह वहां का बड़ा कारोबारी है.
इसके बाद युवती और बसंत में प्यार हो जाता है और दोनों साथ जीने-मरने की कसम भी खा लेते हैं. युवती परिवार के खिलाफ जाकर बसंत के साथ एक मंदिर में शादी कर लेती है. इस दौरान लड़की की बड़ी बहन और उसके जीजा ही मौजूद रहते हैं. शादी के बाद बसंत युवती को लेकर अहमदाबाद चला जाता है.
ससुराल जाते ही पता चलने लगी बसंत की असली सच्चाई
पीड़िता के मुताबिक, वह अहमदाबाद बसंत के घर गई. 2 दिन बाद घर में एक युवती आई. युवती ने आते ही पीड़िता को मारना-पीटना शुरू कर दिया. जिस युवती ने पीड़िता के साथ मारपीट की, उसने बताया कि वह वसीम की पहली पत्नी है. तब जाकर पीड़िता को पता चला कि जिस बसंत के साथ उसने मंदिर में शादी की थी, वह दरअसल बसंत नहीं बल्कि वसीम है. इसी दौरान पीड़िता को पता चला कि वसीम की सिर्फ पत्नी ही नहीं बल्कि 3 बच्चे भी हैं. युवती को समझ आया कि वह लव जिहाद का शिकार हो चुकी है.
फिर रखी गई इस्लाम अपनाने की शर्त
पीड़िता के मुताबिक, इस पूरे मामले की जानकारी वसीम के परिवार वालों को भी लग गई. मगर वह सभी उसे स्वीकार करने के लिए राजी हो गए. मगर उन्होंने इसके लिए इस्लाम अपनाने की शर्त रखी. वसीम के परिवार वालों ने कहा कि अगर वह इस्लाम अपना लेती है तो वह उसे स्वीकार कर लेंगे और इस रिश्तों को अपनी इजाजत दे देंगे. मगर इस्लाम अपनाना पीड़िता को किसी भी कीमत पर मंजूर नहीं था.
पीड़िता के मुताबिक, ये जान ससुराल वालों और वसीम गुस्सा हो गए. इसके बाद वह सभी उसे परेशान करने लगे. पीड़िता का आरोप है कि वसीम और उसके परिवार वालों ने उसके साथ मारपीट की और उसे प्रताड़ित भी किया गया. वह चाहते थे कि वह किसी भी कीमत पर इस्लाम धर्म अपना ले. बता दें कि पीड़िता ने वसीम के खिलाफ पुलिस केस भी किया था. इस मामले में वसीम को जेल भी भेजा गया था. पीड़िता का ये भी कहना है कि तब उसने और वसीम ने कोर्ट मैरिज की थी, उसी दौरान वसीम ने चालाकी से उसका नाम बदलवा लिया था और उसे रवीना से रवीना बोना बना दिया था.
पुलिस ने भेजा वसीम को जेल मगर…
पीड़िता के मुताबिक, इस पूरे मामले को लेकर युवती ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में जाकर उनसे मामले की शिकायत की थी. इसके बाद पुलिस ने भी वसीम को गिरफ्तार करके जेल में डाल दिया था. मगर 9 महीने बाद ही वह जेल से बाहर आ गया.
पीड़िता का कहना है कि जेल से बाहर आकर वसीम ने उसके साथ समझौते के नाम पर फिर धोखा दिया. वसीम ने कहा कि वह उसके नाम पर फ्लैट खरीदेगा. मगर उसने अपने नाम पर फ्लैट खरीद लिया. कुछ दिन पहले वसीम और उसके दोस्त मेरे घर आए और सारा सामान लूटकर फरार हो गए. पीड़िता का कहना है कि आरोपी वसीम पर केस वापस लेने का दबाव बना रहा है और जान से मारने की भी धमकी दे रहा है.
फिलहाल पीड़िता पुलिस से पूरे मामले की शिकायत कर रही है. पीड़िता के मुताबित, वसीम के खिलाफ कोर्ट में केस पहले से ही चल रहा है. अब लूट का आरोप भी पीड़िता ने वसीम पर लगाया है. इस पूरे मामले पर गुलरिया एसएचओ का कहना है कि जैसे ही मामले में शिकायत मिलेगी, जांच की जाएगी.
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