कानपुर: खांसी-सांस की परेशानी वाले रोगी अचानक बढ़े, डॉक्टरों ने बताई वजह, बचाव के उपाय भी

सिमर चावला

• 12:51 PM • 07 Mar 2023

Kanpur News: कानपुर में एक ओर कोरोना वायरस के मामले तो कम हो रहे हैं, लेकिन सर्दी-खांसी और बुखार के मामले तेजी से बढ़ रहे…

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Kanpur News: कानपुर में एक ओर कोरोना वायरस के मामले तो कम हो रहे हैं, लेकिन सर्दी-खांसी और बुखार के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. कानपुर में मौसम के बदलाव के साथ अब इनफ्लुएंजाए के सब टाइप H3N2 का हमला तेज हो गया है. मरीज भारी संख्या में कानपुर के सबसे बड़े सरकारी हैलट अस्पताल के साथ-साथ प्राइवेट अस्पतालों में भी पहुंच रहे हैं. H3N2 अभी टेस्टिंग में नहीं आया है लेकिन लोगों में दिख रहे लक्षण इस वायरस के ही मिल रहे हैं.

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 तेजी से फैल रहा है ये खतरनाक वायरस?

हैलट अस्पताल के इमरजेंसी के फुल होने के बाद लोगों को अलग भागों में शिफ्ट किया गया है, जहां उनकी देखरेख की जा रही है. यूपीतक से बातचीत के दौरान मरीज के साथ आए एक परिजन ने बताया कि उन्हें सांस लेने में काफी दिक्कत हो रही है. जिसके बाद औरैया से लेकर वैसे कानपुर आए हैं. 5 से 6 दिन से बुखार है और खांसी की शिकायत है लेकिन जब सांस की तकलीफ ज्यादा बढ़ गई तो उन्हें लेकर कानपुर आए हैं. दूसरे मरीज के साथी ने बताया कि वह कानपुर देहात से आए हैं और उन के मरीज को भी सांस लेने में काफी तकलीफ थी. लगातार खांसी हो रही थी और अभी कंजेशन बताया जा रहा है. डॉक्टर ने कई जांच लिखी हैं और उनका इलाज किया जा रहा है.

 तेजी से बढ़ रहे मरीज

कानपुर के हैलट अस्पताल की मेडिसन डिपार्टमेंट की हेड रिचा गिरी ने यूपीतक से बातचीत में बताया कि हर साल मौसम बदलाव के कारण वैसे तो ऐसे कई मामलों में देखने को मिलते हैं. लेकिन इस बार मरीजों की संख्या काफी ज्यादा है जिन्हें खांसी बुखार और सांस लेने में तकलीफ जैसी शिकायतें हैं. पिछले 1 दिन की बात करी जाए तो सिर्फ सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के 23-24 मरीजों को भर्ती कर आ गया है. जिनको ऑक्सीजन सपोर्ट दिया जा रहा है. कुछ को वेंटिलेटर पर रखा गया है तो कुछ को बायपैप दिया जा रहा है.

रिचा गिरी के मुताबिक इस वायरस को और कोविड-19 डिफरेंटशिएट करना मुश्किल है और यह सिर्फ टेस्ट के बाद ही मुमकिन है. क्योंकि यह इन्फ्लूएंजा ए का सब टाइप है, तो इसकी जांच मुश्किल हो जाती है. क्योंकि हर सब टाइप के लिए अलग किट होती है, जिससे टेस्टिंग का रिजल्ट सही आ पाए.

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