ऑनलाइन गेम में हार गया जिंदगी, पिता के 50 हजार गंवाने के बाद इकलौते बेटे ने उठाया खौफनाक कदम

रंजय सिंह

30 Jan 2024 (अपडेटेड: 30 Jan 2024, 02:49 PM)

उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक छात्र ऑलाइन गेम के मकड़जाल में इस तरह उलझा कि मौत को गले लगाने के सिवाय कोई रास्ता नहीं दिखा.

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Kanpur News : देश में तेजी से बढ़ती ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री नाबालिग बच्चों के लिए जानलेवा बन गई है. उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक छात्र ऑलाइन गेम के मकड़जाल में इस तरह उलझा कि मौत को गले लगाने के सिवाय कोई रास्ता नहीं दिखा. कानपुर के अर्मापुर में इंटर के छात्र नितिन ने मार्मिक बातें लिख सुसाइड कर लिया है.   सुसाइड करने से ठीक पहले छात्र ने 50 हजार रुपए का ऑनलाइन लोन लिया था. सट्‌टा और गेम में हारे पैसे की भरपाई के लिए ऑनलाइन कमाई का भी प्रयास कर रहा था, लेकिन वह फंसता चला गया और अंत में अपनी जिंदगी ही खत्म कर ली. 

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ऑनलाइन में हार गया जिंदगी

बता दें कि कानपुर के अर्मापुर में इंटर के छात्र नितिन का शव रविवार को रामगंगा नहर के चैनल में फंसा मिला था. पुलिस ने शिनाख्त कराने के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया है. साथ ही बताया, नितिन के पिता नीतेश आर्डनेंस फैक्टरी के कर्मचारी हैं.  वह मूलरूप से बिहार (छपरा) के रहने वाले हैं. नौकरी के सिलसिले में कानपुर में परिवार के साथ रह रहे थे. पुलिस की मानें तो नितिन तीन बहनों के बीच इकलौता भाई था. ऑनलाइन गेम में उसने पिता के खाते से 50 हजार रुपए गंवा दिए थे. डांट-फटकार की डर से 15 जनवरी को पत्र लिखकर घर छोड़ दिया. परिजनों ने काफी तलाश की, लेकिन नहीं मिला. लिहाजा, थाने में शिकायत दर्ज कराई गई.

पिता के खाते से गंवाए थे 50 हजार

नितिन मोबाइल पर ऑनलाइन गेम खेला करता था. इसी दौरान धीरे-धीरे वह अपने पिता का अकाउंट का 50 हजार रुपए ऑनलाइन गेम में हार गया. पैसा हारने पर पापा डटेंगे इसलिए उसने 15 जनवरी को एक लेटर लिखा. जिसमें लिखा कि, 'मुझे फिर से गलती हो गई. मैं पापा के सामना नहीं कर पाऊंगा. मैं जान देने जा रहा हूं.मुझे ढूंढना मत.' इसके बाद वह घर से गायब हो गया.

कर ली आत्महत्या

पुलिस ने छात्र की खोजबीन शुरू कर दी लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला. सोमवार को जब गोविंद नगर नाले में एक बार बॉडी दिखाई दी तो उसकी शिनाख्त की गई तो पता चला यह  बॉडी नितिन की है. इकलौते बेटे की मौत से परिवार बदहवास हो गया. 21 जनवरी को नितिन का बर्थडे था. उस दिन मां अपने बेटी की फोटो हाथ में लिए पूरे दिन घर में बैठी रही कि बेटा आएगा बर्थडे बनेगा लेकिन वह नहीं आया. वहीं इस मामले में एसीपी तेज बहादुर सिंह ने बताया कि, 'बच्चा घर से सुसाइड लेटर लिख कर गया था तब से पुलिस की ढूंढ रही थी. उसकी बॉडी मिल गई है. पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को दे दी गई है.'

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