Kanpur News: कानपुर में किसान बाबू सिंह की आत्महत्या के आरोपी बीजेपी नेता आशु दिवाकर को पुलिस एक लाख रुपये का इनाम घोषित करके पकड़ने का दावा करती रही. कुर्की के ढोल बजवाते रही. मगर शुक्रवार को दिवाकर ने अपने घर में ही प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बाबू सिंह की आत्महत्या के लिए यूपी के पूर्व सीएम अखिलश यादव को दोषी ठहरा दिया. वहीं, आशु दिवाकर ने सफाई देते हुए कहा कि उसने बाबू सिंह की जमीन नहीं ली थी. खबर में आगे जानिए दिवाकर ने और क्या-क्या कहा?
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आपको बता दें कि आशु दिवाकर को हाई कोर्ट से 5 दिसंबर तक का स्टे मिला हुआ है. मगर सवाल यह है कि 9 सितंबर को बाबू सिंह की आत्महत्या के बाद जब सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने चकेरी थाने में आशु दिवाकर समेत पांच लोगों पर एफआईआर दर्ज की थी. इस पर आशु दिवाकर का कहना है वह लगातार पुलिस के संपर्क में था. दिवाकर ने कहा कि वह चकेरी थानेदार अशोक दुबे और एसीपी अमरनाथ यादव से मिला था, तब पुलिस ने उसे गिरफ्तार क्यों नहीं किया?
आशु दिवाकर का कहना है कि ‘मैंने बाबू सिंह की जमीन नरेंद्र सिंह यादव से वापस दिलवाई थी. मेरा उनकी जमीन से कोई लेना देना नहीं है. इस जमीन का सौदा 6 करोड़ में नहीं 3:30 करोड़ में हुआ था. मेरी अगर इस मामले में कोई भी भागीदारी हो, किसी भी जांच में अगर मैं दोषी साबित होता हूं तो मैं खुद अपनी सारी जमीन-प्रॉपर्टी बाबू सिंह के बच्चों के नाम कर दूंगा. साथ ही मैं अखिलेश यादव को चुनौती देता हूं कि जो उन्होंने आज विधानसभा में मामला उठाया है, अगर मैं निर्दोष साबित होता हूं तो क्या वह बाबू सिंह के बच्चों के लिए वह कुछ करेंगे?’
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