कानपुर में कारोबारी पीयूष जैन के घर पर पड़े छापे में बरामद हुए कई बक्से नोट मिलने की धुरी कहीं और से नहीं खुद उनके छोटे भाई अम्ब्रीश के साले प्रवीण जैन से बनी थी. बता दें कि डीजीजीआई की टीम ने 22 तारीख को प्रवीण जैन के घर और उनके ट्रांसपोर्ट पर रेड मारी थी. प्रवीण का गणेश ट्रांसपोर्ट है, जिससे शिखर पान मसाले का माल भेजा जाता है. गौरतलब है कि टीम ने सबसे पहले शिखर पान मसाले के यहां छापा डाला था. यहां से लिंक मिलने पर डीजीजीआई टीम प्रवीण के घर पहुंची, फिर वहां से लिंक मिलने के बाद पीयूष जैन के घर छापा मारा गया.
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खास बात ये है की प्रवीण का घर भी आनंदपुरी में पीयूष के घर के पास ही है. आपको बता दें कि प्रवीण जैन के यहां से डीजीजीआई ने एक करोड़ रुपये से ज्यादा का कैश बरामद किया था.
पीयूष के भाई के साले ने कहा,
मेरे यहां 22 तारीख को छापा डाला गया था. टीम 40-45 लाख रुपये ले गई थी. पीयूष जैन के भाई अम्ब्रीश जैन से मेरी बहन की शादी हुई है. पीयूष का किसी पोलिटिकल पार्टी से लेना देना नहीं है. विपक्षी नेताओं के आरोप स्टंट हैं. पीयूष का पम्पी जैन से भी कोई मतलब नहीं, लेकिन मैं पम्पी जैन को जनता हूं. मेरे यहां पड़े छापे से उनका कोई लेना देना नहीं है.
प्रवीण जैन
बता दें कि डीजीजीआई ने खुद प्रेस नोट जारी कर प्रवीण के गणेश ट्रांसपोर्ट और घर में छापे के दौरान एक करोड़ रुपये बरामद करने की जानकारी दी थी, लेकिन प्रवीण ने 40-45 लाख रुपये बरामद होने की बात कही है.
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