पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ ‘अपमानजनक’ टिप्पणियों के विरोध में शुक्रवार को कानपुर में जुमे की नमाज के बाद दुकानें बंद कराने के प्रयास के दौरान दो समुदायों के लोगों के द्वारा एक-दूसरे पर पथराव और बम फेंके जाने के बाद यहां के कुछ हिस्से में हिंसा भड़क गई. आपको बता दें कि इस हिंसा के पीछे एमएम जौहर फैन्स एसोसिएशन के अध्यक्ष हयात जफर हाशमी का नाम मुख्य साजिशकर्ता के रूप में सामने आ रहा है.
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अब तक क्या सामने आया?
मिली जानकारी के अनुसार, हयात जफर हाशमी ने बीजेपी नेत्री नूपुर शर्मा द्वारा दिए गए कथित विवाददित बयान के विरोध में 3 जून को बंद बुलाया था. मगर इस दिन जिले में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के दौरे के चलते पुलिस ने विरोध प्रदर्शन 5 जून को करने के लिए कहा था, लेकिन इसके बावजूद शुक्रवार को कानपुर के कुछ हिस्सो में जबरदस्त हिंसा भड़क गई. खबर के अनुसार, बंद के लिए हयात जफर हाशमी ने पोस्टर छपवाए गए थे, जिन्हें जगह-जगह लगाया था.
बता दें कि हाशमी के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है. मगर पुलिस अधिकारियों की ओर से इस मामले पर कोई पुष्टि सामने नहीं आई है.
रिपोर्ट्स के हवाले से पता चला चला है कि CAA-NRC के विरोध में हुई हिंसक प्रदर्शन में भी जफर हाशमी का नाम सामने आया था.
मामले में अब तक क्या कार्रवाई हुई?
आपको बता दें कि कानपुर हिंसा मामले में पुलिस ने जफर हाशमी के साथ एहतशाम कबाड़ी, जीशान, आकिब, निजाम, आमिर जावेद और इमरान काले समेत 40 लोगों पर नामजद एफआईआर दर्ज की गई है. साथ ही पुलिस ने 1000 अज्ञात के खिलाफ भी केस दर्ज किया है. वहीं, अब तक इस मामले में 35 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं. खबर है कि हिंसा में 30 से अधिक लोग घायल हुए हैं.
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