सोमवार को कानपुर यूनिवर्सिटी के गेट के बाहर समाजवादी पार्टी विधायक अमिताभ बाजपेई अपने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ बाहर बैठकर यूनिवर्सिटी के कुलपति विनय पाठक का ‘सम्मान समारोह’ आयोजित कर विरोध प्रदर्शन किया. वइस विरोध प्रदर्शन के चलते प्रशासन ने पहले से ही भारी मात्रा में फोर्स को तैनात रखा था.
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सपा विधायक अमिताभ बाजपाई का कहना है कि कानपुर यूनिवर्सिटी के कुलपति विनय पाठक जो कि आगरा के भी कुलपति रह चुके हैं और अन्य जगह के कुलपति रह चुके हैं. हजारों करोड़ के भ्रष्टाचार के मामले में फरार हैं.
सपा विधायक अमिताभ बाजपाई ने आगे कहा कि उनके (विनय पाठक) सहयोगी जेल में है लेकिन पुलिस उनको ढूंढ नहीं पा रही है. फर्जी डिग्री होने के बाद भी कई जगह की कुलपति रहे. ऐसे महान आदमी का आज हम सम्मान कर रहे हैं, नोटों की माला चढ़ा रहे हैं, क्योंकि ऐसे लोग बहुत कम होते हैं.
कटाक्ष करते हुए अमिताभ बाजपेई ने कहा कि हम कामना करते हैं कि सभी विश्वविद्यालय के कुलपति विनय पाठक जैसे ही हो, ताकि हमारा आने वाला भविष्य अंधकार में हो जाए.
सपा विधायक ने आरोप लगाया कि एसटीएफ की जांच से बचने के लिए सीबीआई की जांच करवाई जा रही है और यह ताज्जुब की बात है कि इतना सब होते हुए भी लगातार कुलपति विनय पाठक का वेतन उनके पास आ रहा है.
कुलपति विनय पाठक की सैलरी के स्लिप का प्रिंट आउट निकलवा कर उसे चस्पा कर समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया.
बता दें कि कानपुर के छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के कुलपति विनय पाठक पर उत्तर प्रदेश के विशेष कार्य बल (STF) ने भ्रष्टाचार, जबरन वसूली, गलत तरीके से बंधक बनाने और आपराधिक धमकी देने के आरोप में मामला दर्ज किया था.
उत्तर प्रदेश सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए बीते 30 दिसंबर को सीबीआई से जांच कराने के लिए सिफारिश की थी, जिस पर कार्मिक मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है.
गिरफ्तारी से बचने के लिए अब सुप्रीम कोर्ट से राहत पाने की कोशिश में कुलपति विनय पाठक
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