कानपुर में जीका वायरस का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है. न्यूज एजेंसी ‘एएनआई’ ने कानपुर के चीफ मेडिकल ऑफिसर (सीएमओ) डॉ. नेपाल सिंह के हवाले से बताया है कि जिले में शनिवार, 6 नवंबर को जीका वायरस के 13 नए मामले मिले.
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डॉ. नेपाल सिंह के मुताबिक, जिले में जीका वायरस से कुल संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 79 हो गई है. उन्होंने बताया, “100 टीमें निगरानी कर रही हैं, जो घर-घर जाकर गर्भवती महिलाओं की लाइन लिस्टिंग कर रही हैं. 100 टीमें छिड़काव कर रही हैं. 50 टीमें सैंपल लेने का काम कर रही हैं.”
वहीं, कानपुर के उर्सला अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक अनिल निगम ने को बताया, “हमारी टीम लगातार लोगों की जांच कर रही है. फॉगिंग के लिए नगर निगम की टीमों को भी लगाया गया है. अब तक हमारे अस्पताल में कोई भी जीका संक्रमित पेशेंट भर्ती नहीं हुआ है, लेकिन वॉर्ड को चुस्त-दुरुस्त रखा गया है. बता दें कि उर्सला अस्पताल में जीका वॉर्ड बनाकर 10 बेडों को आरक्षित रखा गया है.
कैसे फैलता है जीका वायरस, क्या होते हैं लक्षण?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, जीका वायरस एडीज मच्छरों से फैलता है. पहली बार साल 1952 में युगांडा और तंजानिया में इंसानों में इसका संक्रमण पाया गया था.
जीका वायरस से संक्रमितों के अंदर हल्का बुखार, चकत्ते, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द या सिरदर्द जैसे लक्षण होते हैं.
2 से 7 दिनों तक ये लक्षण दिख सकते हैं. शारीरिक संबंध बनाने से भी इस वायरस का संक्रमण हो सकता है.
सीएम योगी का निर्देश, जीका वायरस के इलाज और नियंत्रण के लिए व्यवस्था करें अधिकारी
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