लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. मिली जानकारी के अनुसार, केजीएमयू में मेडिसिन असिस्मेंट टेस्ट के दौरान 2020 बैच के 21 जूनियर एमबीबीएस छात्र अपने सीनियर्स (2019 बैच) की जगह पर परीक्षा देते हुए पकड़े गए हैं. यह परीक्षा 7 मई को हुई थी.बता दें कि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए सभी 42 छात्रों को सस्पेंड कर दिया है.
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जानकारी के मुताबिक, सभी आरोपी छात्र और छात्राओं को 8 सप्ताह के लिए कक्षाओं के साथ-साथ हॉस्टल से भी निलंबित कर दिया गया है. यूनिवर्सिटी प्रशासन ने परीक्षा देने वाले 21 जूनियर्स के साथ उन 21 सीनियर को भी निलंबित किया है, जिनके स्थान पर यह छात्र परीक्षा दे रहे थे यानी कुल 42 लोगों पर कार्रवाई हुई है.
केजीएमयू के कुलपति प्रोफेसर विपिन पूरी के मुताबिक, “मामला सामने आने के बाद सभी स्टूडेंट के खिलाफ कार्रवाई की गई है और जांच कमेटी बना दे गई है. विश्वविद्यालय अपनी साख है.” उन्होंने आगे बताया कि भविष्य में इस तरह की घटना फिर से न हो इसलिए इंटरनल एग्जाम में बायोमेट्रिक का प्रयोग किया जाएगा.
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