Lucknow News: उत्तर प्रदेश में इन दिनों आई फ्लू के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है. आई फ्लू जिसे मेडिकल भाषा में कंजंक्टिवाइटिस भी कहा जाता है उसके मामले इन दिनों काफी तेजी से बढ़ रहे हैं. राजधानी लखनऊ की बात करें तो यहां केजीएमयू, राम मनोहर लोहिया अस्पताल, लोकबंधु, एसजीपीजीआई, सिविल अस्पताल और जिला अस्पताल को मिलाकर हर रोज ओपीडी में 500 से अधिक मरीज आई फ्लू के आ रहे हैं. अकेले लोकबंधु अस्पताल में 250 मरीज हर दिन आ रहे हैं.
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क्या है आई फ्लू फैलने का कारण?
दरअसल, आई फ्लू के मामले बढ़ने का प्रमुख कारण बारिश के बाद होने वाली गर्मी और उमस बताया जा रहा है. मॉनसून के साथ-साथ जो गर्मी और उमस का माहौल बना हुआ है. यह आई फ्लू के फैलने के लिए काफी हद तक जिम्मेदार है.
लोक बंधु अस्पताल के मेडिकल अफसर अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि ‘इन दिनों आई फ्लू के मामलों में वृद्धि हुई है. हमारे यहां आई फ्लू के मरीज हर रोज 200 से 250 इलाज के लिए आ रहे हैं. इनमें बच्चों से लेकर बूढ़े सभी शामिल हैं. आई फ्लू के लिए दवाएं उपलब्ध हैं. साथ ही आई सर्जनों को भी अलर्ट कर दिया गया है. सावधानी ही इसके बचाव का साधन है. यदि किसी को आई फ्लू हो जाए तो उसके संपर्क में आने से बचना चाहिए.’
क्या होते हैं आई फ्लू के लक्षण?
आई फ्लू के लक्षणों के बारे में डॉ. अजय ने बताया कि, ‘आंखों में लालिमा छा जाना, खुजली होना, जलन होना, आंखों का चिपचिपा होना ये प्रमुख लक्षण हैं. साथी ही आई फ्लू के समय शरीर में दर्द और हल्का बुखार भी होता है. हालांकि आई फ्लू से संक्रमित होने के बाद व्यक्ति अपने आप यह ठीक हो जाता है. लेकिन यह बहुत ही संक्रामक बीमारी होती है. इसलिए सावधानी बरतनी जरूरी है.’
KGMU में हर रोज आ रहे 50 मरीज
वहीं किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एसएन संख्वार ने बताया कि, ‘केजेएमयू में हर रोज ओपोडी में 50 मरीज आई फ्लू से ग्रसित आ रहे हैं, जिनका इलाज किया जा रहा है. यह फ्लू बहुत तेजी से एक से दूसरे में फैल जाता है. ऐसे में कोई भी चीजें टच न करें और अगर करें तो फिर हाथों को धो लें या फिर सैनिटाइज कर लें.’
डॉ. संख्वार ने आगे बताया कि ‘गंदगी के कारण आई फ्लू हो रहा है. बारिश होने के चलते और मौसम में आद्रता रहने के कारण यह बीमारी फैल रही है. इसमें विशेष बात यह है कि यह फ्लू बहुत तेजी से फैलता है. अगर किसी एक को हुआ है तो दूसरे, तीसरे और चौथे को भी जल्दी हो जाता है.’
कैसे फैलता है आई फ्लू?
डॉ. संख्वार के अनुसार, “अगर किसी को आई फ्लू है और उस व्यक्ति से हाथ मिला लिया जाए तो हाथ मिलाने वाले शख्स को आई फ्लू हो सकता है. संक्रमित व्यक्ति के कपड़े इस्तेमाल करने से भी यह हो सकता है. ऐसे में अगर इस बीमारी से बचना है तो संक्रमित शख्स के कॉन्टैक्ट में आने से बचना होगा.”
आई फ्लू से संक्रमित होने के बाद क्या करें?
डॉ. संख्वार ने आगे बताया, “जिन मरीजों को यह हो जाता है वे अपनी आंख ठंडे पानी से धोएं. आई ड्रॉप डालें, साथ ही साथ वे लोग जिनको नहीं हुआ है वह हमेशा हाथ धोते रहें. किसी चीज को डायरेक्टली टच ना करें, हैंड सेनीटाइजर का इस्तेमाल करें, अगर 3 से 4 दिन के बाद भी सही नहीं हो तो आंख के डॉक्टर को दिखाना चाहिए.”
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