उत्तर प्रदेश STF ने 14 और 15 दिसंवबर की दरमियानी रात को UPTET पेपर लीक केस में वांछित अहम आरोपी आगरा निवासी डॉक्टर संतोष चौरसिया को लखनऊ के आलमबाग इलाके से गिरफ्तार कर लिया. बता दें कि मध्य प्रदेश के व्यापम घोटाले में भी संतोष चौरसिया जेल जा चुका है.
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आरोप है कि नोएडा के रहने वाले राहुल मिश्रा और अनुराग शर्मा के जरिए संतोष चौरसिया ने 20 लाख रुपये में पेपर खरीदा था.
इस मामले में आईजी STF अमिताभ यश ने बताया,
“संतोष चौरसिया ने साल 2007 में दिल्ली के नामी कॉलेज से MBBS पूर्ण किया था. साल 2003 में इसने सॉल्वर बिठाने और प्रतियोगी परीक्षाओं में सेंध लगाने का काम शुरू कर दिया था. साल 2004 में इसने ग्वालियर के 2 व्यक्तियों को MP-PMT में सॉल्वर बिठाकर सिलेक्ट करवाया था और साल 2006 में इसी प्रकार की गतिविधियों से संबंधित 2 केस इसके खिलाफ दर्ज हुए थे. इसके अलावा व्यापम घोटाले में भी इसके खिलाफ 6 केस दर्ज हैं और साल 2006-2018 तक ये कई बार जेल जा चुका है.”
अमिताभ यश
आईजी STF ने बताया, “पूछताछ में संतोष ने बताया कि गैंग के अन्य व्यक्तियों के बात करने के लिए इसकी तरफ से कुछ विशेष प्रकार के ऐप्स का इस्तेमाल किया जाता था और बातचीत के बाद उन ऐप्स को डिलीट कर दिया जाता था.”
उन्होंने आगे बताया, “28 नवंबर को न्यूज देखने के बाद जब संतोष को पेपर लीक के बारे में STF के इंटरवेंशन का पता चला तो इसने स्वयं और अपने साथियों के मोबाइल नष्ट करा दिए. आरोपी के बैंक अकाउंट से कुछ अहम सुराग मिले हैं, साथ ही इसके साथियों के नाम और पते की भी जानकारी मिली है, जिस पर STF की तरफ से लगातार काम किया जा रहा है.”
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