Budaun News: बदायूं डबल मर्डर केस में बड़ी खबर सामने आ रही है. बता दें कि पीड़ित पिता ने खुद को आग लगाकर मारने की कोशिश की है. पीड़ित पिता ने पहले अपनी बाइक को आग के हवाले किया. जब बाइक में आग लग गई तो उस आग में कूदने की कोशिश की है. मिली जानकारी के मुताबिक, पीड़ित पिता घटना का खुलासा नहीं होने से काफी निराश हैं. इसलिए उन्हें ये कदम उठाया है.
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चश्मदीदों के मुताबिक, जैसे ही पुलिस और लोगों ने पीड़ित पिता को आग में कूदने की कोशिश करते हुए देखा, उन्होंने फौरन उन्हें रोक लिया और आग पर भी काबू पाई. इस दौरान पीड़ित पिता बार-बार खुद को भी आग के हवाले करने की कोशिश कर रहे थे. मगर मौके पर मौजूद पुलिस ने विनोद कुमार को बचा लिया.
हमारे बच्चे क्यों मारे गए?
बच्चों की दादी मुन्नी देवी ने भी अपना दर्द मीडिया से साझा किया है. उनका कहना है, हम कैसे जिंदगी जिए. हमारे बच्चे नए-नए कपड़े लेकर आए थे. उनको देखकर हमारे सीने में आग लग रही है. हमें नींद भी नहीं आ रही है. हमारे बच्चे आखिर क्यों काटे गए? हमें चैन नहीं मिल रहा है. हम बैचेन हैं.
क्या है ये पूरा मामला?
बदायूं में नाई की दुकान चलाने वाले साजिद ने बीते मंगलवार को एक घर में घुसकर तीन नाबालिग भाइयों- आयुष (12), अहान उर्फ हनी (8) और युवराज (10) पर चाकू से हमला कर दिया. इस हमले में आयुष और अहान की मौत हो गई, जबकि युवराज को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया. युवराज की जिंदगी बच गई. साजिद ने मासूमों की हत्या जिस तरह से की, उसे देख पूरे हड़कंप मच गया. पूरा यूपी इस मामले से हिल गया.
मृतकों के पिता विनोद कुमार की शिकायत पर दर्ज प्राथमिकी के मुताबिक, "आरोपी साजिद अपने भाई जावेद के साथ मंगलवार की शाम को करीब सात बजे हमारे घर पहुंचा. साजिद ने मेरी पत्नी संगीता से अपनी पत्नी के प्रसव के लिए पांच हजार रुपये मांगे. जब मेरी पत्नी पैसे लेने अंदर गई तो साजिद घर की छत पर चला गया. जावेद भी छत पर पहुंच गया और दोनों ने मेरे दो बेटों को भी छत पर बुलाया। वहां दोनों ने तेज धार वाले चाकू से मेरे बेटों पर हमला कर दिया."
बता दें कि पुलिस ने घटना के 1 घंटे के अंदर ही साजिद को एनकाउंटर में ढेर कर दिया था. इसके बाद साजिद के भाई जावेद को भी पुलिस ने पकड़ लिया था. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.
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