उत्तर प्रदेश के चंदौली में इन दिनों गेहूं की फसल में अगलगी की घटनाओं से अन्नदाता काफी परेशान हैं. पिछले कई दिनों से जनपद के अलग-अलग क्षेत्रों में गेहूं की खड़ी फसल में लगातार आग लगने की घटनाएं सामने आ रही हैं और यह सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा.
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आपको बता दें कि शुक्रवार को भी चंदौली जिले के अलग-अलग तहसील क्षेत्रों में गेहूं की खड़ी फसल में आग ने तांडव मचाया और अन्नदाताओं की खून-पसीने की कमाई उनकी आंखों के सामने ही जलकर खाक हो गई. किसानों के अनुसार, जनपद के अलग-अलग क्षेत्रों में शुक्रवार को तकरीबन 70 बीघे से ज्यादा गेहूं की खड़ी फसल जलकर नष्ट हो गई.
उधर जिला प्रशासन का कहना है कि घटना के बाद किसानों के नुकसान का आकलन कराया गया है और तत्काल प्रभाव से उनको मुआवजे की धनराशि सौंपी जाएगी.
दरअसल, बढ़ते तापमान के साथ-साथ खेतों में आग लगने की घटनाएं भी लगातार बढ़ती जा रही हैं. शुक्रवार को सदर तहसील क्षेत्र के एकौनी, पिपरदहा गांव के सिवान मे हाई टेंशन वायर मे हुए शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लग गई. देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया. गांव वालों ने खुद ही आग पर काबू पाने की कोशिश की और फायर ब्रिगेड को भी सूचित किया.
मगर जब तक फायर सर्विस की गाड़ियां मौके पर पहुंच पातीं, तब तक किसानों के खून पसीने से उगाई गई फसल जलकर खाक हो चुकी थी. इस अगलगी की घटना से 23 किसानों की तकरीबन 55 बीघे गेहूं की खड़ी फसल जलकर खाक हो गई.
वहीं, दूसरी तरफ चकिया तहसील क्षेत्र के सारी मुल्कवाल, अतायस्तगंज और महाराजपुर गांव के सिवान में आग लग गई. इस इलाके में भी खेतों में आग लगने का कारण खेतों के ऊपर से गुजर रहे हाई टेंशन के वायर में शॉर्ट सर्किट होना बताया जा रहा है. आग लगने की इस घटना में इन तीनों गांव के 15 किसानों की तकरीबन बीस बीघे गेहूं की खड़ी फसल जलकर खाक हो गई.
उधर, इस घटना की जानकारी मिलने के बाद जिला प्रशासन और राजस्व विभाग की टीम द्वारा किसानों के इस नुकसान का आकलन कराया गया और मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इस संदर्भ में जानकारी देते हुए चंदौली के जिलाधिकारी ने बताया,
“दिनांक 15 अप्रैल 2022 को जिले में अज्ञात कारणों से आग लगने की घटनाएं हुई, जिसमें किसानों की खड़ी गेहूं फसल जलकर नष्ट हो गई. घटनाओं की सूचना प्राप्त होते ही फायर टेंडर की गाड़ी भेजकर आग पर काबू पाया गया.”
संजीव सिंह
उन्होंने आगे बताया, “राजस्व और मंडी विभाग के कर्मियों द्वारा शुक्रवार को ही सर्वे पूर्ण कराया गया. जल्द ही सर्वे अनुसार, किसानों को हुई क्षति का “मुख्यमंत्री खेत खलिहान दुर्घटना बीमा योजना” के अंतर्गत मुआवजा वितरण किया जाएगा.
चंदौली: आग लगने से गेहूं की फसल जलकर हुई थी खाक, 24 घंटे के भीतर 21 किसानों को मिला मुआवजा
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