हमीरपुर: केन नदी से पीने का पानी लेने गए थे 2 लोग, दलदल में बुरे फंसे, मुश्किल से बची जान

नाहिद अंसारी

• 05:55 AM • 09 Oct 2022

Hamirpur News: यूपी के हमीरपुर जिले में सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं, जिनमें देखा जा रहा है कि दो…

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Hamirpur News: यूपी के हमीरपुर जिले में सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं, जिनमें देखा जा रहा है कि दो ग्रामीण स्टील के घड़े के साथ नदी किनारे दलदल में फंसे हुए हैं और मौजूद पुलिस बल व अन्य लोग एक डंडे के सहारे उन्हें निकालने का प्रयास कर रहे हैं. यह वायरल वीडियो जिले में मौदहा विकास खंड के छानी गऊघाट का है, जहां दो ग्रामीण प्यास बुझाने के लिए केन नदी से पानी भरने गए थे और नदी किनारे कीचड़ के दलदल में फंस गए. इसके बाद उन्हें किसी तरह बाहर निकाला गया.

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बता दें कि हमीरपुर जिले में मौदहा ब्लॉक के गऊघाट छानी, बक्क्षा, गढ़ा बैजे मऊ, परेहटा आदि गांव में आज भी शुद्ध पेयजल की किल्लत बनी रहती है. इन गांव का पानी इतना खारा है कि लोग पानी नहीं पी पाते हैं और केन नदी से पीने का पानी लाते हैं. इसके कारण ग्रामीणों को कई किलोमीटर साइकिल, बैलगाड़ी, ट्रैक्टर और पैदल यात्रा करके पीने का पानी लाना पड़ता है.

बारिश के समय इन ग्रामीणों में पेयजल की समस्या बढ़ जाती है, क्योंकि बरसात के दौरान नदी में बाढ़ के साथ दूर-दूर तक दलदल जमा हो जाता है, फिर भी प्यास बुझाने के लिए लोग अपनी जान का जोखिम ले कर नदी से पेयजल लाने का प्रयास करते हैं. इसी जोखिम भरे कार्य को करते हुए छानी गऊघाट के निवासी छोटेलाल और चेहनू केन नदी के दलदल में इस कदर फंस गए कि उनकी जान बचाने के लाले पड़ गए. गनीमत यह रही की नवरात्र विसर्जन को देखते हुए प्रशासनिक अधिकारी और कई ग्रामीण मौजूद थे.

बता दें कि दो ग्रामीणों को दलदल में लगातार धंसते देख अधिकारियों और ग्रामीणों के हांथ पांव फूलने लगे और वहां मौजूद क्षेत्र पंचायत सदस्य अमित सिंह, सुधीर सिंह, संतोष तिवारी और रंगबहादुर सहित अन्य लोगों की मदद से किसी तरह दोनों ग्रामीणों को बाहर निकाला गया.

क्षेत्रीय लेखपाल का कहना कि है नदी किनारे देवी विसर्जन की तैयारियों के लिए अधिकारी और पुलिस बल मौजूद था और सभी लोगों ने रोका कि इधर से न जाएं, पर वे लोग नहीं माने फिर सभी लोगों ने उन्हें सहारा दे कर बाहर निकाला.

बुंदेलखंड में आदिकाल से ही पीने के पानी की भारी किल्लत रही है. इस इलाके में खून सस्ता और पानी महंगा है. तभी तो ग्रामीण जान की बाजी लगा कर केन नदी का पानी लाने को मजबूर हैं. पानी की इसी किल्लत को यूपी तक ने कई बार प्रमुखता से प्रसारित किया था, जिसके असर के रूप में प्रदेश सरकार ने बुंदेलखंड के सभी सातों जिलों में घर-घर पानी पहुंचने के लिए हर घर नल योजना शुरू की है. पर अभी तक यह योजना पूरी नहीं हुई है.

वहीं, प्रदेश के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने हमीरपुर में बयान दे कर दावा किया था कि 15 अगस्त तक हर घर में नल से पानी पहुंच जाएगा, पर अभी तक यह योजना अधूरी पड़ी है और ग्रामीणों को जान की बाजी लगा कर केन नदी से पानी ला कर प्यास बुझाने पर मजबूर होना पड़ रहा है.

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