उत्तर प्रदेश के उन्नाव में लोगों को पैसा दोगुना करने का लालच देकर एक चिटफंड कंपनी सैकड़ों लोगों के करोड़ों रुपये लेकर फरार हो गई. किसी ने अपने जेवर गिरवी रखकर पैसा लगाया था, किसी ने कर्ज लेकर तो किसी ने अपने दोस्तों-रिश्तेदारों का पैसा जमा कराया था. पैसा वापस न मिलने पर लोगों ने चिटफंड कंपनी के दफ्तर पर हंगामा किया. मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को शांत कराया. चिटफंड कंपनी के संचालक ने लोगों की गाढ़ी कमाई को अपने शान-शौकत पर उड़ा दिया, महंगी कारों और आलीशान जिंदगी पर पैसा उड़ाया गया.
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उन्नाव में बड़ा चिटफंड घोटाला
दरअसल, गंजमुरादाबाद में रहने वाले अनवरुद्दीन उर्फ राजू ने अपने दो बेटों अरबाज उर्फ कशान और अदनान के साथ मिलकर चिटफंड कंपनी शुरू की थी. इसका नाम अरबाज ट्रेडिंग एंड शेयर मार्केट रखा गया था. इसमें रिश्तेदार भी शामिल थे. आरोप है कि अनवरुद्दीन ने चिटफंड कंपनी में लोगों का पैसा दोगुना करने और हर महीने 15 से 20 फीसदी पैसा मिलने का वादा किया था. लोगों का कहना है कि कुछ दिनों तक तो कुछ लोगों का पैसा वापस किया गया, लेकिन उसके बाद उसने पैसा देना बिल्कुल बंद कर दिया. पैसा न मिलने पर लोगों ने कंपनी के चक्कर लगाने शुरू कर दिए.
कुछ दिन बाद कंपनी फरार हो गई तो लोगों ने चिटफंड कंपनी वालों के घर के बाहर हंगामा करना शुरू कर दिया. कुछ लोगों का कहना है कि पिता-पुत्र ने मिलकर मेहनत की कमाई को अय्याशी और ऐशो-आराम की जिंदगी में उड़ा दिया. चिटफंड कंपनी के लोगों की पहुंच नेताओं और मंत्रियों तक है. चिटफंड कंपनी के दोनों डायरेक्टर अरबाज उर्फ कशान और अदनान लग्जरी कारों के काफिले के साथ चलते थे. इनका रुतबा सेलिब्रिटी जैसा था. इनका काफिला लखनऊ से दिल्ली तक चलता था.
विदेशी लड़कियों संग पार्टी और...
लखनऊ में चौराहों पर लगे नेताओं के होर्डिंग्स में भी अरबाज उर्फ कशान की फोटो थी.पार्टियों में ये 500 रुपये के नोट उड़ाते थे. ये लखनऊ से लेकर सपनों के शहर ताज के होटलों में पार्टियों में जाते थे. इनके साथ काम करने वाले एजेंट भी मौज-मस्ती करते थे. होटलों में इनकी पार्टियों में विदेशी लड़कियां भी आती थीं. इनके कई वीडियो भी सामने आए हैं. कई लोगों ने 50 लाख से ज्यादा जमा कर दिए थे. चिटफंड कंपनी में पैसा लगाने वाले लोग अब अपनी मेहनत की कमाई वापस पाने के लिए चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उन्हें न तो पैसा मिल रहा है और न ही कोई आश्वासन. कई महिलाओं ने अपने जेवर गिरवी रखकर चिटफंड कंपनी में पैसा जमा किया था. कुछ लोगों ने अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से करोड़ों रुपये जमा कराए थे, जिसे लेकर आरोपी फरार हो गए.ॉ
कई लोगों ने 50 लाख तक कराए थे जमा
कई लोगों ने अपने दोस्तों के करोड़ों रुपये जमा कराए थे तो कई लोगों ने 50 लाख से ज्यादा जमा कराए थे. पुलिस सिर्फ कार्रवाई का आश्वासन देती रही. जब लोगों का सब्र टूट गया तो 14 अगस्त को सैकड़ों लोगों ने चिटफंड कंपनी के संचालक के घर पर हंगामा शुरू कर दिया. सूचना पर पहुंची पुलिस ने लोगों को शांत कराया. पुलिस ने तहरीर के आधार पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया. पीड़ित ने कहा- दोस्तों के 65 लाख रुपये चिटफंड कंपनी में लगवाए सैयद मोहम्मद शाहिद अपने उन दोस्तों के साथ आया था, जिनका पैसा उसने चिटफंड कंपनी में लगाया था. इन सभी लोगों ने बांगरमऊ थाने पहुंचकर चिटफंड कंपनी के संचालकों के खिलाफ शिकायत की है.
सैयद मोहम्मद शाहिद ने बताया कि उसके दोस्तों के साढ़े 65 लाख रुपये कशान और अदनान के कहने पर अरबाज इंटरप्राइजेज चिटफंड कंपनी में लगवाए थे. इनके कहने पर दोस्त ने लोन लेकर एक चिटफंड कंपनी और एक शेयर ट्रेडिंग कंपनी में पैसा लगाया. वह कंपनी फरार हो गई है. हमें नहीं पता कि पैसा कैसे मिलेगा और कहां से मिलेगा. हम सभी काफी परेशान हैं.
पूरे मामले पर पुलिस ने क्या कहा?
सीओ बांगरमऊ अरविंद चौरसिया ने फोन पर बताया कि, 'अब तक मिली शिकायतों के मुताबिक इस चिटफंड कंपनी में लोगों के करीब 10 करोड़ रुपये निवेश किए गए थे. शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. चिटफंड कंपनी के संचालक के खिलाफ अब तक सात मुकदमे दर्ज हो चुके हैं. इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. मामले की जांच की जा रही है.'
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