Basti News: कहते हैं दुनिया में शेर को सवा शेर मिल ही जाता है. ऐसा ही एक कांड बस्ती पुलिस के साथ हो गया गया है. बता दें कि जो पुलिस आम जनता का चालान काटकर उनके हाथ में पर्ची पकड़ा देती थी, अब उसी पुलिस का चालान कट गया है. यह चालान कोई हल्का-फुल्का नहीं बल्कि 5 हजार रुपये का है.
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क्या है मामला?
दरअसल बस्ती जिले में इन दिनों पुलिस द्वारा धड़ाधड़ चालान काटा जा रहा है. चालान काटना और ट्रैफिक रूल्स का पालन कराना पुलिस का भी धर्म है. उम्मीद की जाती है कि जिस नियम का पालन करने की पुलिस शिक्षा देती है, उसका वह खुद भी पालन करे. हुआ यूं कि एक महिला थाने के दरोगा अपने सरकारी गाड़ी से कहीं जा रहे थे. तभी टि्वटर यूजर सौरभ तिवारी की नजर उनके गाड़ी के नंबर प्लेट पर पड़ी, जिसका फोटो खींचकर उन्होंने डीजीपी, एडीजी और बस्ती पुलिस को टैग करते हुए ट्विटर पर शेयर कर दिया.
शिकायत में कही गई ये बात
शिकायत में कहा गया कि ‘पुलिस आम जनता का हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट ना लगने की वजह से उनका चालान काटती है, वही पुलिस खुद ट्रैफिक रूल्स का सरेआम उल्लंघन कर कर रही है.’ सौरभ तिवारी ने बस्ती पुलिस की गाड़ी संख्या यूपी 51 G 0137 का फोटो शेयर करते हुए लिखा, “ट्रैफिक नियमों का पालन कराने वाली पुलिस की गाड़ी में खुद हाई सिक्योरिटी नम्बर प्लेट नहीं है और ना सीटबेल्ट का इस्तेमाल किया जाता है. क्या इन पर पर ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन की कार्रवाई होगी..?’
फिर क्या था इस शिकायत का डीजीपी ऑफिस ने संज्ञान लिया और बस्ती पुलिस को आदेश किया गया की तत्काल गाड़ी का रूल और नियम के हिसाब से चालान काटें. आदेश मिलते ही बस्ती पुलिस ने अपनी ही सरकारी गाड़ी का 5000 रुपये का चालान काट दिया. और कार्रवाई की जानकारी भी साझा की.
अब आप इसे सोशल मीडिया की ताकत कहें या या बस्ती पुलिस का दुर्भाग्य, जिसमें जो पुलिस सभी का चालान काटती थी अब एक ट्वीट के बाद उन्हीं पुलिस वालों का चालान कट गया है.
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