पूर्व आईपीएस अधिकारी और सामाजिक कार्यकर्ता अमिताभ ठाकुर ने सोमवार को इलाहाबाद विश्वविद्यालय में फीस वृद्धि के खिलाफ आंदोलन कर रहे छात्रों का समर्थन करते हुए, फीस वृद्धि को अलोकतांत्रिक और गरीबों को शिक्षा से वंचित करने वाला कदम बताया.
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आंदोलनरत छात्रों से यहां मुलाकात करने के बाद ठाकुर ने संवाददाताओं से कहा, “हमारा मानना है कि फीस में 400 प्रतिशत वृद्धि ना केवल अलोकतांत्रिक है, बल्कि यह गरीबों और कमजोर वर्ग के लोगों के लिए बहुत दुखद है.”
उन्होंने कहा, ‘‘छात्रों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जा रही है. आज छात्रों को आंदोलन में शामिल होने से रोका गया. यह बहुत ही अराजक स्थिति है.”
आंदोलन में छात्राओं का नेतृत्व कर रही पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष ऋचा सिंह ने आरोप लगाया, “आज महिला छात्रावास की लड़कियां अनशन में शामिल हुईं. जब वे छात्रावास से निकल रही थीं, तो कुलपति के फरमान पर मुख्य गेट को बंद कर दिया गया.”
उन्होंने कहा कि 400 प्रतिशत फीस वृद्धि के खिलाफ तब तक आंदोलन चलता रहेगा, जब तक कि यह फीस वृद्धि वापस नहीं ली जाती. इस बीच, आंदोलनरत छात्रों ने विश्वविद्यालय के गेट पर ताला लगा दिया जिसे पुलिस बल की मदद से तोड़ा गया.
पुलिस अधीक्षक (नगर) संतोष कुमार मीणा ने कहा, “विश्वविद्यालय में कुछ छात्रों ने गेट पर ताला लगा दिया था जिसे पुलिस बल की मदद से खुलवाया गया. जो छात्र इस तरह का अवरोध उत्पन्न कर रहे हैं और छात्रों को बाहर से आने से रोक रहे हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.”
(भाषा के इनपुट्स के साथ)
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