यूपी के प्रयागराज में साल 2025 में महाकुंभ का आयोजन होने वाला है. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसकी तैयारियां शुरू करवा दी हैं. जिला प्रशासन आयोजन को दिव्य और भव्य बनाने में जुट गया है.
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इन सबके बीच विश्व हिंदू परिषद ने सीएम योगी से संगम क्षेत्र के पांच किलोमीटर की परिधि में मीट, मछली और शराब के क्रय-विक्रय और सेवन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने की मांग की है.
बकायदा विश्व हिंदू परिषद के गौरक्षा काशी प्रांत के मंत्री लाल मणी तिवारी ने सीएम योगी आदित्यनाथ को लेटर लिखा है. लेटर में उन्होंने कहा कि तीर्थराज प्रयाग करोड़ों सनातनी और हिंदू धर्मावलंबियों के आस्था का सबसे बड़ा केंद्र है. ऐसे में यहां पर कुंभ, अर्ध कुंभ या फिर माघ मेले में जब दूरदराज से करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने के लिए आते हैं तो रास्ते में जब वह मांस-मछली और शराब जैसे अनैतिक गतिविधियों को देखते हैं तो उनकी आस्था को ठेस पहुंचता है.
उन्होंने सीएम योगी से मांग की है कि जिस तरह उन्होंने मथुरा के ब्रज इलाके को तीर्थ घोषित करते हुए वहां पर मीट-मछली और शराब पर पूरी तरीके से पाबंदी लगाई है. उसी तरह से तीर्थराज के संगम इलाके की पांच किलोमीटर की रेंज में मांस-मछली शराब पर पूरी तरीके से प्रतिबंध लगाई जाए, जिससे लोगों की आस्था और विश्वास में किसी तरीके की खलल न पैदा हो सके.
विश्व हिंदू परिषद के इस मांग को लेकर प्रयागराज के साधु-संतों ने भी समर्थन किया है. संगम स्थित बड़े हनुमान मंदिर के पुजारी महंत बलवीर गिरि महाराज ने कहा है कि यह मांग बरसों से संतों की रही है. ऐसे में सीएम योगी आदित्यनाथ को जरूर इस पर संज्ञान लेना चाहिए, क्योंकि दुनिया भर में तीर्थराज प्रयाग सनातनीयों का सबसे बड़ा आस्था का केंद्र माना जाता है. दूरदराज से करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगाने के लिए यहां पर आते हैं.
उन्होंने आगे कहा कि अगर यहां पर मांस-मछली और मदिरा के क्रय-विक्रय के साथ ही सेवन पर रोक लगेगी तो निश्चित तौर पर हिंदू धर्मावलंबियों की आस्था को ठेस पहुंचने से बचाया जा सकेगा. बालवीर गिरि महाराज ने कहा कि सीएम योगी खुद सन्यासी हैं. ऐसे में उन्हें इस बात का पूरा यकीन है कि वह जरूर संगम की गरिमा को लेकर इस पर पहल करेंगे, क्योंकि संगम से उनका नाता उसी तरीके से है, जिस तरीके से करोड़ों सनातनीयों का तीर्थराज प्रयाग से है.
प्रयागराज के संगम में आने वाले श्रद्धालु और साधु-संतों ने भी विश्व हिंदू परिषद के इस मांग को सीएम योगी से संज्ञान लेने का अनुरोध किया है. यहां पर जो लोग आते हैं, वह अलग श्रद्धा-भक्ति और आस्था लेकर पहुंचते हैं, लेकिन जब यहां पर अनैतिक गतिविधियां शराब, मांस, मछली जैसी चीजें उनके सामने आती हैं, तो उनकी आस्था को ठेस पहुंचती है.
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