उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार बनने के बाद समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और रामपुर के सांसद आजम खान पर 100 से अधिक मुकदमे दर्ज चुके हैं. हालांकि, इनमें से ज्यादातर मामलों में कोर्ट से उन्हें जमानत मिल चुकी है. इसके बावजूद उनकी मुश्किलें आसान होती नजर नहीं आ रही हैं.
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आपको बता दें कि आजम खान पिछले 20 महीने से सीतापुर जेल में बंद हैं. एक के बाद एक मुकदमों में हो रही जमानत के कारण उनकी रिहाई किसी भी समय हो सकती है. इसके बावजूद यूपी की योगी सरकार आजम खान के खिलाफ शिकंजा कसने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाह रही है.
अब अदालत की कार्रवाई में तेजी लाने के लिए सीआरपीसी की धारा 207 के अंतर्गत सरकारी वकील ने गुहार लगाई है. इसके तहत आजम खान को अदालत से आवश्यक कागजात विशेष वाहक द्वारा भेजे जाने की मांग की गई. अदालत ने सरकारी वकील की इस मांग को मंजूर कर लिया है.
सीआरपीसी की धारा 207 के तहत किसी भी आरोपी पर आरोप तय करने से पहले अदालत द्वारा आरोपी को कुछ आवश्यक कागजात उपलब्ध कराए जाने जरूरी होते हैं. आजम खान के सीतापुर जेल में रहने की वजह से ऐसा करने में देरी हो रही थी. इसी देरी से बचने के लिए सरकारी वकील ने अदालत से गुहार लगाई. इसके बाद विशेष वाहक द्वारा यह कागजात आजम खान को सीतापुर जेल में उपलब्ध कराए जाने के आदेश मिल गए हैं.
वहीं, इस मामले में सरकारी वकील अरुण प्रकाश सक्सेना ने बताया, “आजम खान के खिलाफ लगभग 100 से अधिक मुकदमे दर्ज हुए हैं और दो-चार मामलों को छोड़कर उनके खिलाफ सभी मामलों में आरोप पत्र न्यायालय में आ चुके हैं. उनसे संबंधित सभी मामले स्पेशल जज एमपी-एमएलए कोर्ट में सुने जा रहे हैं. हमारी जानकारी के अनुसार बहुत सारे मामले ऐसे हैं, जिसमें चार्जशीट दाखिल हो चुकी है.”
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