Rampur News: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान के खिलाफ रामपुर में फिर से केस दर्ज कराए जाने पर उनके विधायक बेटे अब्दुल्ला आजम खान ने पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार शुक्ला से मुलाकात की और अपने पिता के विरुद्ध दर्ज किए गए मुकदमों का विरोध दर्ज कराया. पुलिस अधीक्षक से मिलने के बाद अब्दुल्ला मीडिया से मुखातिब हुए, तो उनका गुस्सा छलक पड़ा. उन्होंने कहा,
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“ज्यूडिशरी सिस्टम का, किसी चीज का कोई मतलब बचा ही नहीं, जब न्यायिक प्रक्रिया में पुलिस धमकाकर लोगों को लेकर जा रही है. फिर क्या मतलब है किसी का बात का? वैसे ही कह दे कि नहीं निकलने देना है आपको, जेल में बर्बाद कर देना है.”
अब्दुल्ला आजम खान
अब्दुला ने आगे कहा, “एक पूरा तमाशा चला था रामपुर में 3 साल पहले कि भैंस चोरी, बकरी चोरी और मुर्गी चोरी. तमाम केस आजम खान साहब के ऊपर, मेरे पूरे परिवार पर कायम किए गए थे और उन सभी का ट्रायल चल रहा है रामपुर में, लेकिन आज सुबह खबर आती है एक वादी जो भैंस चोरी, बकरी चोरी में हैं, उन्होंने यह एफआईआर कराई है कि आजम खान साहब या चार पांच लोग आए और उन्होंने धमकी दी. जो आदमी मेदांता हॉस्पिटल में अभी 10- 5 दिन एडमिट रह कर आया हो और अभी भी जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहा हो…क्या यह मुमकिन है. अगर कानून बचा ही नहीं है तो बता दें कि कानून नहीं है हमारा. अंजाम क्या है यह भी बता दें. सब फैसला पुलिस ही कर दे. सब फैसला भैंस चोरी और बकरी चोरी के मुकदमे कराने वाले लोगों से ही करा दें.”
इस कार्रवाई में मुख्य इंटेंशन के मामले में अब्दुल्ला आजम ने कहा कि एफआई आर तो पुलिस ने ही कायम की है.
रामपुर कप्तान अशोक कुमार शुक्ला से मिलने के मामले में अब्दुल्ला आजम ने कहा कि उन्होंने कहा है कि जांच करवाएंगे इसकी उम्मीद ही कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि सत्ता के दबाव में यह हो रहा है. अब्दुल्ला ने कहा कि ‘कौन सुनने वाला है? आसिम राजा साहब अभी लड़े थे बाय इलेक्शन क्या हुआ था इलेक्शन में नहीं मालूम है?’
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