महिला के शव की आंखें गायब होने वाले केस में पुलिस ने डॉ. आरिफ और औवेस को किया अरेस्ट, पर क्यों?

अंकुर चतुर्वेदी

• 07:40 AM • 15 Dec 2023

पिछले दिनों पोस्टमॉर्टम के बाद एक मृतका के शव की दोनों आंखें गायब होने का मामला सामने आया था. खुद जिलाधिकारी ने मामले की जांच के लिए टीम का गठन किया था. अब इस मामले में पुलिस ने पोस्टमॉर्टम करने वाले दोनों डॉक्टरों को ही अरेस्ट कर लिया है.

UPTAK
follow google news

Budaun News: पिछलें दिनों उत्तर प्रदेश के बदायूं से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया था. यहां एक विवाहिता की संदिग्ध मौत हो गई थी, जिसके बाद उसके शव को पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाया गया. मगर जब पोस्टमॉर्टम के बाद शव घर आया तब मृतक महिला की दोनों आंखें गायब थी. इसके बाद हड़कंप मच गया था. अब इस मामले में पुलिस ने बड़ा कदम उठाया है.

यह भी पढ़ें...

मिली जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने पोस्टमॉर्टम करने वाली टीम के दो मुख्य डॉक्टरों को गिरफ्तार कर लिया है. कोर्ट द्वारा दोनों डॉक्टरों को जेल भी भेज दिया गया है. आपको बता दें कि इस मामले की जांच के आदेश खुद बदायूं जिलाधिकारी की तरफ से दिए गए थे और बकायदा जांच के लिए जांच पैनल भी बनाया गया था.

जानिए क्या है पूरा मामला

बता दें कि बदायूं के थाना अलापुर के कुतरई गांव में रहने वाले गंगा चरण की बेटी पूजा की शादी थाना मुजरिया के गांव रसूला में हुई थी. आरोप है कि शादी के बाद ससुराल वाले दहेज के लिए लगातार पूजा को प्रताड़ित कर रहे थे. इसी को लेकर ससुराल में ही उसकी हत्या कर दी गई. मृतका का शव फंदे से लटका मिला था.

पोस्टमॉर्टम के दौरान गायब हो गई दोनों आंखें

बता दें कि मृतका के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए बदायूं जिले के पोस्टमॉर्टम हाउस लाया गया था. यहां तक को सब सही था. मगर जब पोस्टमॉर्टम के बाद शव को परिजन घर ले गए तो वहां सभी सन्न रह गए. दरअसल जैसे ही घर में आखिरी दर्शन के लिए शव को खोला गया तो उसकी दोनों आंखें गायब थी. ये देख परिजन भड़क गए.

अब हो गया एक्शन

मिली जानकारी के मुताबिक, मृतका के भाई की तरफ से पोस्टमार्टम करने वाली मेडिकल टीम के खिलाफ मानव अंगों के प्रत्यार्पण अधिनियम की धारा-18 और शव को अपमानित करने की धारा-297 के तहत बीते 12 दिसंबर को सिविल लाइन थाने में केस दर्ज करवाया गया था. 

बता दें कि पोस्टमार्टम करने वाले दो डॉक्टर्स से 12 दिसंबर से ही थाने में पूछताछ की जा रही थी. डीएम के आदेश पर पैनल द्वारा विवाहिता का फिर से पोस्टमॉर्टम किया गया था. पुलिस जांच में पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉ. आरिफ और डॉ. ओवैस दोषी पाए गए हैं.

पुलिस ने क्या बताया

इस पूरे मामले पर थाना सिविल लाइंस के प्रभारी निरीक्षक (SHO) गौरव बिश्नोई ने बताया, “प्रारंभिक विवेचना के दौरान दोषी पाए गए डॉ. मो आरिफ और डॉ. ओवैस को गिरफ्तार कर लिया गया है. दोनों को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां दोनों की मेडिकल जांच की गई. दोनों आरोपी डॉक्टरों को कोर्ट के सामने पेश किया गया है. ट्रायल के बाद मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (CJM) मोहम्मद साजिद द्वारा दोनों डॉक्टरों को जिला कारागार भेजने के आदेश दिए गए हैं. पुलिस द्वारा दोनों डॉक्टरों को जिला कारागार में भेज दिया गया है.”

एसएचओ गौरव बिश्नोई ने आगे ये भी बताया कि, इस मामले में पोस्टमॉर्टम करने वाले कुछ और मेडिकल स्टॉफ की भी संलिप्तता पाई गई है. शीघ्र उनके खिलाफ भी गिरफ्तारी की कार्रवाई की जाएगी.

    follow whatsapp