Banda News: यूपी के बांदा में शासन द्वारा आयोजित समाधान दिवस की उस वक्त पोल खुल गयी जब अचानक कमिश्नर आर पी सिंह डीआईजी विपिन कुमार मिश्र के साथ मौके पर पहुँच गए. तहसील कैम्पस पहुँचते ही आसपास जंगल, खराब रास्ता देख कमिश्नर का पारा एक दम चढ़ गया और कहा कि लगता ही नहीं यह सरकारी ऑफिस यानी तहसील है. उन्होंने दो टूक में कहा कि सरकार समाधान दिवस को लेकर एक्टिव है, फिर भी लापरवाही? उन्होंने लापरवाही करने वाले अफसरों पर कार्यवाही करने के आदेश दिए हैं. अफसरों की उपस्थिति देख बिफर गए.
ADVERTISEMENT
दरअसल, सरकार सम्पूर्ण समाधान दिवस को लेकर फरियादियों की चिंता करने के लिए बेहद गंभीर है, सरकार की मंशा है शत प्रतिशत प्रत्येक फरियादी की समस्या का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण हो. लेकिन यहां तो अफसर ही शासन के निर्देशों की खुलेआम धज्जियाँ उड़ाते दिखाई दे रहे हैं. इसका खुलासा कमिश्नर के औचक निरीक्षण में हो गया.
जिला सूचना कार्यालय से जारी प्रेस नोट के मुताबिक समाधान दिवस में कमिश्नर आरपी सिंह डीआईजी बिपिन कुमार मिश्र के अचानक पहुंच गए. जहां SDM के नेतृत्व में पहले से समाधान दिवस चल रहा था, जहां कमिश्नर ने सबसे पहले देखा कि रोड से तहसील कैम्पस जाने वाली सड़क की दशा अत्यंत खराब है. तहसील भवन के मुख्य गेट से प्रवेश करने पर यह नही लगता कि “तहसील अतर्रा है”. मेन गेट से लगाकर तहसील कैम्पस में जंगल देख कमिश्नर भड़क गए, उन्होंने तहसील कैम्पस में लगाये गए पेड़ो को देखकर अहसास किया कि जब से लगाये गए हैं. तब से कभी छटाई नही की गई. कुल मिलाकर कमिश्नर को तहसील परिसर की स्थिति अत्यंत खराब मिली, उन्होंने जिम्मेदार अफसरों पर कड़ी नाराजगी जताई है.
कमिश्नर ने अफसरों को दी चेतावनी
साथ ही समाधान दिवस में मौजूद रहने वाले अफसरों की उपस्थिति देख भड़क गए, उन्होंने रजिस्टर चेक किया तो SDM और DSP अतर्रा मौजूद रहे, रजिस्टर देखने ने कमिश्नर को बड़ी लापरवाही पकड़ में आई है. कागजो में ऑल इज वेल करने वाले अफसरों की करतूत कमिश्नर के औचक निरीक्षण में खुल गयी. कमिश्नर ने देखा कि पुलिस, विकास, इंजीनियरिंग, नगरपालिका, बाल विकास, चकबंदी, स्वास्थ्य, शिक्षा व तहसील अतर्रा के अंतर्गत आने वाले सभी विभागों के सक्षम अधिकारी SDM की अध्यक्षता में आयोजित होने वाले समाधान दिवस में नहीं आते. जबकि इस सम्बंध में सरकार खुद संवेदनशील है.
कमिश्नर ने इस समाधान दिवस में अनुपस्थित रहने वाले अफसरों पर स्पष्टीकरण के साथ शासनादेश में दी गयी. व्यवस्था के अनुरुप कार्यवाही के आदेश दिए हैं. समाधान में 24 मामले आये जिंसमे 5 का निस्तारण किया गया.उन्होंने SDM विकास यादव को व्यवस्थाएं दुरुस्त करने की चेतावनी दी.
कमिश्नर आर पी सिंह ने अफसरों को चेताया कि शासन की मंशा के अनुरूप कार्य करें, अन्यथा की स्थिति में कार्यवाही के लिए तैयार रहे. हर कीमत पर प्रत्येक फरियादी की समस्या का गुणवत्ता पूर्वक निस्तारण करें. लापरवाही किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होगी. उन्होंने सरकारी जमीन पर कब्जा करने वालो के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए.
ADVERTISEMENT