PCS अधिकारी ज्योति मौर्य के खिलाफ सख्त कार्रवाई, गंवानी पड़ी जीएम की कुर्सी, ये था आरोप

अपने पति आलोक मौर्य के साथ विवादों को लेकर पूरे देश में चर्चित हुई पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य एक बार फिर चर्चाओं में हैं. इस पर शासन के गुस्से का सामना ज्योति मौर्य को करना पड़ा है.

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Bareilly News: अपने पति आलोक मौर्य के साथ विवादों को लेकर पूरे देश में चर्चित हुई पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य एक बार फिर चर्चाओं में हैं. मगर इस बार ज्योति मौर्य के सुर्खियों में रहने का कारण पति आलोक से विवाद नहीं है बल्कि कुछ और है. दरअसल पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य के खिलाफ एक्शन हो गया है, जिससे उन्हें अपनी जीएम पद की कुर्सी गंवानी पड़ी है. 

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बता दें कि ज्योति मौर्य बरेली की सेमी खेड़ा चीनी मिल के जीएम पद पर तैनात थी. मगर अब उन्हें अपनी इस कुर्सी से हाथ धोना पड़ा है और उन्होंने अपनी कुर्सी गंवा दी है. मिली जानकारी के मुताबिक, चीनी मिल में क्षमता के अनुरूप पेराई नहीं हो पा रही थी. इसको लेकर किसानों में भारी नाराजगी थी तो वहीं प्रशासन भी खुश नहीं था. ऐसे में शासन की तरफ से ज्योति मौर्य को जीएम के पद से हटा दिया गया है.

ज्योति मौर्य पर हुई कार्रवाई

चर्चित पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य बरेली सेमी खेड़ा चीनी मिल के जीएम पद पर तैनात थी. आरोप है कि चीनी मिल में क्षमता के बाद भी पेराई उस मात्रा में नहीं हो रही थी, जितनी होनी चाहिए थी. ऐसे में क्षेत्र के किसानों में इसको लेकर भारी गुस्सा था. किसानों के गुस्से का असर प्रशासन को भी साफ दिख रहा था. प्रशासन भी इससे नाखुश था. 

ऐसे में शासन की तरफ से बड़ा फैसला ले लिया गया. शासन ने पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य को इस पद से हटा दिया और चीनी मिल को लखनऊ मुख्यालय से संबंद्ध कर दिया गया. आपको बता दें कि इस सरकारी चीनी मिल में पेराई की क्षमता 27500 टन प्रतिदिन है. मगर चीनी मिल अब तक 2 पॉइंट 70 लाख टन ही गन्ने की पेराई कर सकी है. हैरानी की बात ये है कि चीनी मिल में गन्ने की पेराई 28 नवंबर से शुरू हो गई थी. ऐसे में 18 दिन में करीब चार पॉइंट 95 लाख टन पेराई हो जानी चाहिए थी. मगर ऐसा नहीं हो सका. ऐसे में किसानों में इसको लेकर भारी नाराजगी भी हो गई है.

किसानों को गन्ना बाजार में बेचना पड़ा

बताया जा रहा है कि बॉयलर खराब होने की वजह से मशीन क्षमता के अनुसार काम नहीं कर पाई. इस वजह से  मजबूरी में किसानों ने अपना गन्ना बाजारों में बेच दिया. ये गन्ना सस्ते दामों में बेचा गया, जिससे किसानों को नुकसान हुआ. दूसरी तरफ चीनी गन्ना चीनी मिल समय पर नहीं पहुंच गाया और चीनी मिल अपना लक्ष्य भी हासिल नहीं कर पाई. ऐसे में शासन ने चीनी मिल के जीएम पद पर तैनात पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य को हटा दिया है.

पति आलोक से था विवाद

बता दें कि ज्योति मौर्य और पति आलोक मौर्य का विवाद देश भर में चर्चित हुआ था. दरअसल आलोक ने आरोप लगाया था कि उन्होंने ज्योति मौर्य को पढ़ाया लिखाया और उनकी आर्थिक मदद की. मगर जैसे ही ज्योति अधिकारी बन गई तो उन्होंने उनसे रिश्ता तोड़ लिया. आलोक का आरोप था कि ज्योति मनीष दुबे नाम के दूसरे अधिकारी के साथ रिश्ते में आ गई. आलोक का आरोप था कि मनीष और ज्योति ने उन्हें धमकी भी दी. दूसरी तरफ ज्योति ने आलोक के खिलाफ दहेज का केस दर्ज करवाया था तो वहीं आलोक ने ज्योति और मनीष के खिलाफ जान से मारने की धमकी देने के आरोप में केस दर्ज करवाया था. ये मामला काफी चर्चाओं में रहा था.

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