Hamirpur News: ‘झूठ बोलना एक बीमारी होती है’ ये कहावत अक्सर लोग कहते हैं. मगर अगर सही में झूठ बोलना एक बीमारी हो जाए तो, इसपर आप क्या कहेंगे. जी हां, उत्तर प्रदेश के एक जिला इस समय झूठ बोलने वाली बीमारी का सामना कर रहा है. जिले में इस बीमारी का प्रकोप तेजी के साथ फैल रहा है. अस्पताल में हर दिन इस बीमारी से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है, जिसने डॉक्टरों को भी चिंता में डाल दिया है.
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बाइपोलर बीमारी का बढ़ रहा खतरा
दरअसल उत्तर प्रदेश का हमीरपुर इस समय बाइपोलर यानी झूठ बोलने वाली बीमारी का सामना कर रहा है. बता दें कि इस बीमारी की चपेट में आना वाला व्यक्ति अजीबों-गरीब हरकते करता है और झूठ बोलता है. हमीरपुर के जिला अस्पताल में इस बीमारी की चपेट में आने वाले मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है.
कुछ भी कर सकता है बीमारी से पीड़ित इंसान
बाईपोलर बीमारी बहुत खतरनाक होती है. बताया जाता है कि इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति किसी की हत्या भी कर सकता है और वह अपनी भी जान ले सकता है. इस दौरान पीड़ित अजीबों-गरीब हरकते करता है और बिना बात के झूठ भी बोलता है.
हमीरपुर समेत पूरे बुंदेलखंड में बढ़ रहे हैं ऐसे मामले
हमीरपुर जिले के स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि बाइपोलर बीमारी सिर्फ हमीरपुर में ही नहीं फैल रही है, बल्कि इसका असर पूरे बुंदेलखंड में दिख रहा है. मानसिक स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि इस क्षेत्र के युवाओं में आत्महत्या या किसी की हत्या करने के साथ साथ अपने आपको सबसे बड़ा साबित करने के लिए झूठ बोलना, ये सब आम है. इस तरह की हरकते मानसिक बीमारी को दिखाती हैं. इसके लिए मानसिक रोग विशेषज्ञों की टीम से लेकर एएनएम को जागरूक किया जा रहा है, जिससे इस रोग से पीड़ित मरीजों की पहचान कर, उनका सही समय पर इलाज किया जा सके.
ये हैं इस खतरनाक बीमारी के लक्षण
आप आपके दिमाग में आ रहा होगा कि आखिर इस खतरनाक बीमारे के लक्षण क्या हैं? हम आपको ये भी बताते हैं. हमीरपुर जिला अस्पताल की मानसिक चिकित्सक डां. नीता और साइकोलॉजिस्ट मानसी सिंह का कहना है कि यूपी में सबसे ज्यादा बुंदेलखंड में युवाओं के आत्महत्या करना संबंधित केस आते हैं. यहां के युवाओं में अपने लक्ष्य से भटकना और क्षमता से ज्यादा सपने देखने की आदत है.
उन्होंने आगे बताया कि महिलाओं पर अश्लील टिप्पणी व छेड़खानी, नशेबाजी करना, अवैध हथियारों के साथ वीडिया बनाना और उसे वायरल करने जैसी आदतें आम हैं. इसकी शिकायतें लगातार बढ़ती जा रही हैं. यहां तक की हमीरपुर में एक महीने में 8-8 आत्महत्याएं करने जैसी रिपोर्ट सामने आती हैं. बिना परिणाम के सोचे कोई भी घातक कदम उठा लेना या फैसला ले लेना इस बीमारी के लक्षण हैं. इसके इलाज के लिए युवाओं को काउंसलिंग की जरूरत है.
बीमारी से पीड़ित मरीजों की हो रही काउंसलिंग
मानसिक विभाग की कम्युनिटी नर्स प्रगति गुप्ता का कहना है कि लगातार झूठ बोलना भी एक बीमारी है. इसे बाइपोलर बीमारी के नाम से जाना जाता है. शासन की मंशा है कि इसके लिए मानसिक विभाग की टीम सीएचसी और पीएचसी में जाकर स्वास्थ्य कर्मियों को बाइपोलर बीमारी के बारे में बताएं, जिससे की ज्यादा से ज्यादा मरीजों की पहचान की जा सके. मानसिक विभाग की तरफ से बताया गया है कि अब तक जिले में 50 लोगों की काउंसलिंग की जा चुकी है और यह सिलसिला आगे भी चलता रहेगा.
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