Jhansi News: झांसी के पूंछ थाना क्षेत्र से अजीबो-गरीब मामला सामने आया है. यहां एक महिला 3 दिन से लापता थी. 3 दिन बाद उसकी लाश 60 फीट गहरे कुएं में मिली. मगर महिला की लाश को 3 काले नागों और 2 अजगरों ने घेर रखा था. ये देख सभी हैरान हो गए और पुलिस भी चौंक गई. यहां तक की पुलिस भी शव को कुएं से बाहर निकालने की हिम्मत नहीं जुटा पाई.
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मौके पर एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया. एनडीआरएफ ने काफी मेहनत के बाद सांपों के बीच में से शव को बाहर निकाला. आपको बता दें कि महिला का शव 30 घंटे से अधिक समय की कोशिशों के बाद कुएं से बाहर निकाला गया है.
2 अजगर और 3 सांप थे शव के पास
दरअसल ये पूरा मामला झांसी मुख्यालय से लगभग 60 किमी दूर पूंछ थाना क्षेत्र के कायला गांव से सामने आया है. यहां गुरुवार की दोपहर मबूसा गांव में कुछ चरवाहे जानवर चरा रहे थे. मिली जानकारी के मुताबिक, इसी दौरान उन्हें खेत में बने सूखे कुएं से बदबू महसूस हुई. उन्होंने कुएं में झांककर देखा तो उसमें महिला की लाश पड़ी हुई थी.
महिला की पहचान लाड़कुवंर पत्नी अजुद्दी के तौर पर हुई. बताया जा रहा है कि महिला लाड़कुवंर रविवार की रात में बिना बताए घर से निकल गई थी. इसके बाद लौटकर वापस नहीं लौटी. मामले की शिकायत परिजनों ने पुलिस से भी की थी. कुएं में महिला के शव के साथ 5 सांपों को देखकर हर कोई दहशत में आ गया.
60 फीट गहरा था कुआं
बता दें कि जिस कुएं में महिला की लाश पड़ी हुई है, वह लगभग 60 फीट गहरा था. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को बाहर निकालने की काफी कोशिश की. मगर वहां मौजूद सांप और कुएं की गहराई को देखते हुए पुलिस शव को नहीं निकाल पाई.
वन विभाग की टीम भी नहीं निकाल पाई शव
पुलिस ने इसके बाद वन विभाग की टीम को बुलाया. लेकिन लाश की तेज बदबू से परेशान होकर वह भी शव नहीं निकाल पाए. वन विभाग की टीम और पुलिस टीम ने फिर एसडीआरएफ की टीम को बुलाया.
एनडीआरएफ को बुलाया गया
बता दें कि फिर जाकर एनडीआरएफ को बुलाया गया. एसडीआरएफ की टीम ने 30 घंटे बाद शव को 60 फीट गहरे कुएं से निकाला. शव को सांपों को बीच में से निकाला गया. फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
अधिकारी ने ये बताया
इस पूरे मामले पर झांसी डीएफओ एमपी गौतम ने बताया, “क्षेत्रीय वन अधिकारी मोंठ रेंज को सूचना मिली थी कि कायला गांव में एक लाश है. उस लाश को इसलिए नहीं निकल पा रहे थे कि वहां सांप थे. हमारी टीम वहां गई थी, लेकिन उस समय वहां सांप नहीं था. शायद वह बिल में चले गए हो.”
(झांसी से प्रमोद कुमार गौतम के इनपुट के साथ)
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