वाराणसी/ लखनऊ, 11 जनवरी (भाषा) ऐतिहासिक रिवर क्रूज ‘गंगा विलास’ की यात्रा का साक्षी बनने के लिए 32 विदेशी पर्यटकों का दल वाराणसी के रामनगर टर्मिनल पहुंचा जहां उनका स्वागत शहनाई की धुन पर मलाएं पहनाकर किया गया.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 जनवरी को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से वाराणसी में गंगा नदी के किनारे दुनिया के सबसे लंबे रिवर क्रूज, ‘गंगा विलास’ को हरी झंडी दिखाएंगे.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 जनवरी को दुनिया के सबसे लंबे रिवर क्रूज ‘गंगा विलास’ को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। ‘नए भारत’ की गति, शक्ति और सामर्थ्य की प्रतीक यह रिवर क्रूज-यात्रा ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ में एकात्मता के नए अध्याय जोड़ेगी.”
जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि ऐतिहासिक ‘रिवर क्रूज’ यात्रा का साक्षी बनने के लिए 32 विदेशी पर्यटकों का दल मंगलवार को शाम वाराणसी के रामनगर टर्मिनल पहुंचा। यात्रा का हिस्सा बनने के लिए विदेशी पर्यटक काफी उत्साहित दिखे. ‘एमवी गंगा विलास’ को रामनगर टर्मिनल से फिर रविदास घाट पर लाया जाएगा. 13 जनवरी को रविदास घाट से डिब्रूगढ़ के लिए नदी के रास्ते यात्रा की शुरुआत होगी.
क्रूज के निदेशक राज सिंह ने बताया कि इस चलते फिरते पांच सितारा होटल में 18 सुइट कमरे हैं, जिसमें 36 पर्यटक ठहर सकते हैं। इस के अलावा इसमें चालक दल के 40 सदस्यों के रहने की भी व्यवस्था है। इस क्रूज में स्पा, सैलून और जिम जैसी भी सुविधाएं भी हैं.
सिंह ने बताया कि पर्यटकों को प्रतिदिन 25 से 50 हजार रुपये किराया देना होगा। उन्होंने बताया, ‘‘गंगा विलास क्रूज प्रदूषण मुक्त प्रणाली और शोर नियंत्रण तकनीक से लैस है। इस क्रूज में एसटीपी प्लांट है, जिससे किसी भी तरह का मल जल गंगा में नहीं जाएगा। क्रूज में फिल्ट्रेशन प्लांट लगा है जिससे गंगा जल को शुद्ध कर के उसे नहाने और दूसरे काम में लिया जाएगा।’’
इस क्रूज में 40 हजार लीटर का ईंधन टैंक और 60 हजार लीटर का ताजा पानी का टैंक है.
सिंह ने बताया कि एमवी गंगा विलास वाराणसी से अपनी यात्रा शुरू कर 51 दिनों में लगभग 3,200 किलोमीटर की दूरी तय करेगा और बांग्लादेश होते हुए असम के डिब्रूगढ़ पहुंचेगा। इस दौरान यह क्रूज भारत एवं बांग्लादेश से गुजरने वाली 27 नदी प्रणालियों के रास्ते अपनी मंजिल तक पहुंचेगा.
उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने लखनऊ में बुधवार को एक बयान में कहा, ‘‘एमवी गंगा विलास क्रूज दुनिया के सामने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए तैयार किया गया है। विश्व विरासत स्थलों, राष्ट्रीय उद्यानों, नदी घाटों… बिहार में पटना, झारखण्ड में साहिबगंज, पश्चिम बंगाल में कोलकाता, बांग्लादेश में ढाका और असम में गुवाहाटी जैसे प्रमुख शहरों सहित 50 पर्यटन स्थलों पर 51 दिन की यात्रा होगी. जिसमें तीन देशों स्विटजरलैण्ड, जर्मनी के 36 पर्यटक सवार होंगे.’’
उन्होंने बताया कि क्रूज काशी से चल कर 27 नदियों के माध्यम से 50 पर्यटन स्थल के साथ-साथ 3200 किमी की दूरी की यात्रा तय करेगा. उन्होंने कहा, ‘‘वैश्विक स्तर पर हमारी समृद्ध विरासत इस यात्रा के साथ आगे बढ़ेगी क्योंकि विदेशी पर्यटक भारत की आध्यात्मिक, शैक्षिक, कल्याण, सांस्कृतिक और साथ ही जैवविविधता की समृद्धि का अनुभव कर सकेंगे.’’
किसी पांच सितारा होटल से कम नहीं है ‘गंगा विलास क्रूज’, देखिए अंदर से कैसा दिखता है ये
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