Varanasi News : वाराणसी के उदय प्रताप कॉलेज में बीते दिनों हुए हंगामा और बवाल के बाद अब पुलिस एक्शन मोड पर आ गई है. पुलिस ने सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ने के आरोप में ज्ञानवापी मामले के पक्षकार अलवल और लोहता निवासी मुख्तार अहमद अंसारी सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. यह गिरफ्तारी वाराणसी के शिवपुर थाने की पुलिस की ओर से यूपी कॉलेज के प्रिंसिपल की शिकायत के बाद की गई है.
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मस्जिद-मजार विवाद मामले में चार गिरफ्तार
पिछले लगभग 10 दिनों से वाराणसी के भोजूबीर इलाके में स्थित उदय प्रताप कॉलेज धार्मिक अखाड़ा बना हुआ था. उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड की तरफ से पहले कॉलेज के मजार मस्जिद की जमीन पर किए गए वर्ष 2018 के दावे और उसको लेकर बीते शुक्रवार को मजार मस्जिद पर सैंकड़ों की तादात में जुटे मुस्लिम समुदाय की तरफ से नमाज अदा किया, फिर कॉलेज के छात्रों का विरोध प्रदर्शन और हनुमान चालीसा पढ़ने की कोशिश.
ज्ञानवापी के पक्षकार पर भी हुआ एक्शन
इसके बाद वक्फ बोर्ड का अपने पत्र के जरिए बैकफुट पर आ जाना कि मजार मस्जिद की जमीन वक्फ की नहीं है और इसका निस्तारण 18 जनवरी 2021 को ही हो चुका है. जिसके बावजूद भी कल फिर से 6 दिसंबर के संवेदनशील दिन के दौरान भी छात्रों का उग्र प्रदर्शन किया. इतना सब कुछ हो जाने के बाद अब पुलिस ने मुकदमा लिखकर गिरफ्तारी करना शुरू कर दिया है. कैंपस में बाहरी तत्वों का आकार गैरजिम्मेदाराना बयानबाजी कर सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ने का यूपी कॉलेज के प्रिंसिपल प्रोफेसर डॉक्टर धर्मेंद्र कुमार सिंह की ओर से दो लोगों के खिलाफ नामजद तो वही 10 लोगों के खिलाफ अज्ञात के तहत शिवपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था.
वहीं इस मामले में कैंट एसीपी विदुश सक्सेना ने बताया कि, 'शिवपुर थाने की पुलिस ने कुल 4 लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया. गिरफ्तारी में ज्ञानवापी मामले के पक्षकार लोहता निवासी मुख्तार अहमद के अलावा चुप्पेपुर गिलट बाजार निवासी सगे भाई अफरोज खान, आदिल खान और फ़िरोज़ खान हैं. उन्होंने बताया कि अभी मामले की जांच चल रही है और शांति व्यवस्था कायम है. किसी ने भी माहौल बिगड़ने या गैर जिम्मेदाराना बयान दिया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.'
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