Gynavapi News: पिछले लगभग दो सालों से चल रहा ज्ञानवापी मस्जिद और श्रृंगार गौरी का मामला वाराणसी के लोअर कोर्ट से लेकर हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुका है. मौजूदा समय में आर्कियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया (ASI) कोर्ट के आदेश के बाद ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे भी कर रहा है. लेकिन इस बीच वादिनी संख्या एक राखी सिंह, जो विश्व वैदिक सनातन संघ की संस्थापक सदस्य हैं, उनके संगठन की तरफ से मुस्लिम पक्ष को पत्र जारी करके विवाद का कोर्ट से बाहर आपसी सहमति से शांतिपूर्ण निस्तारण और बातचीत के लिए आमंत्रण दिया गया है. इसमें रोचक बात यह है कि हिंदू पक्ष की इस पहल का मुस्लिम पक्ष ने संज्ञान लिया है और चर्चा के लिए सहमति जताई है.
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हिंदू पक्ष ने जारी किया खुला पत्र
बता दें कि वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद और श्रृंगार गौरी मामले में चल रही कानूनी लड़ाई के बीच एक हल्की सी उम्मीद की रोशनी उस समय नजर आई है जब न्यायालय के इतर बातचीत के हिंदू पक्ष के प्रस्ताव को मुस्लिम पक्ष ने संज्ञान में लिया है. दरअसल एक हिंदू पक्ष ने मुस्लिम पक्ष से आपसी सहमति से शांतिपूर्ण निस्तारण और आपसी बातचीत के लिए मीडिया के जरिए खुला पत्र जारी किया है. यह खुला पत्र विश्व वैदिक सनातन संघ की तरफ से जारी किया गया है, जिसकी संस्थापक सदस्य राखी सिंह हैं जो ज्ञानवापी मस्जिद और श्रृंगार गौरी मामले में हिंदू पक्ष से पहली वादिनी भी हैं.
पत्र में लिखा गया है ये सब
जारी पत्र में लिखा गया है, “श्रीमान जी, सर्व विदित है, कि ज्ञानवापी परिसर को लेकर हिंदू पक्ष व मुस्लिम पक्ष अपने-अपने पक्ष को सही सिद्ध करने के लिए न्यायालय में संवैधानिक लड़ाई लड़ रहा है. हम दोनों पक्षों के द्वारा इस संवैधानिक लड़ाई का लाभ कुछ असामाजिक तत्व अपने निजी फायदे के लिए उठाना चाहते हैं. जोकि देश और समाज दोनों के लिए हानिकारक सिद्ध हो सकता है. ऐसे में हम सभी का यह कर्तव्य बनता है कि अपने देश और समाज की रक्षा और सुरक्षा का ध्यान रखते हुए, इस विवाद का निस्तारण शांतिपूर्ण तरीके से आपसी बातचीत के माध्यम से निकालकर एक मिसाल कायम करें.”
पत्र में आगे कहा गया है, “अतः मेरा आप सभी से अनुरोध है, कि उपरोक्त विषय के निस्तारण हेतु खुले व पवित्र मन से आप इस आमंत्रण को स्वीकार करते हुए, बातचीत के लिए आगे आएं. हो सकता है, आपसी बातचीत से उपरोक्त प्रकरण का न्यायालय के बाहर कोई शांतिपूर्ण समाधान निकल जाए. हमारी तरफ से खुले व पवित्र मन से आप सभी का इस वार्ता के लिए स्वागत है. धन्यवाद.” यह पत्र विश्व वैदिक सनातन संघ की ओर से अंजुमन इंतजामियां मस्जिद कमेटी को लिखा गया है.
मुस्लिम पक्ष ने जताई अपनी राजी
विश्व वैदिक सनातन संघ के इस प्रस्ताव पर मुस्लिम पक्ष यानी अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमिटी की तरफ से जॉइंट सेक्रेट्ररी मोहम्मद सैयद यासीन और जनरल सेक्रेटरी अब्दुल बातिन नोमानी ने हिन्दू पक्ष का जवाब भी विश्व वैदिक सनातन संघ को वॉट्सऐप पर भेज दिया गया है.
यूपी तक से खास बातचीत में दोनों ही पदाधिकारियों ने इसकी पुष्टि भी कर दी है कि उनकी होने वाली मस्जिद कमेटी के बैठक में हिंदू पक्ष के प्रस्ताव पर चर्चा होगी. लेकिन पदाधिकारी ने इससे ज्यादा कुछ भी कहने से मना कर दिया है.
मुस्लिम पक्ष ने दिया ये जवाब
मसाजिद कमेटी की तरफ से जनरल सेक्रेटरी अब्दुल बातिन नोमानी लो मुफ्ती ए शहर ने वॉट्सऐप पर विश्व वैदिक सनातन संघ को जो जवाब दिया है उसके मुताबिक, “आज वॉट्सऐप के जरिए आप लोगों का पत्र मुझे प्राप्त हुआ, उस पर गौर करने के लिए कमेटी के समक्ष रखा जाएगा. शुक्रिया.”
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