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वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में लगातार तीन दिन तक चले सर्वे-वीडियोग्राफी के बाद दावों के तूफान हैं और अपने-अपने बयान हैं.
सोमवार को तीसरे दिन के सर्वे के बाद खबर आई कि ‘पूरा हुआ नंदी का इंतजार, बाबा मिल गए.’ दरअसल, हिंदू पक्ष की ओर से दावा किया गया कि मस्जिद के भीतर वजूखाने में शिवलिंग मिला है.
इस दौरान सर्वे टीम के सदस्य और वादी लक्ष्मी देवी के पति सोहनलाल आर्य की खुशी साफ झलकी. उन्होंने कहा- ‘बस इतना कहना चाहूंगा कि बाबा मिल गए.’
वहीं, दूसरी तरफ हिंदू पक्ष के दावे को नकारते हुए मुस्लिम पक्ष के वकील मुमताज ने कहा कि वजूखाने में शिवलिंग नहीं मिला है. जो मिला है वो फव्वारा है.”
इसके बाद अदालत ने वाराणसी DM को निर्देशित किया कि जहां कथित शिवलिंग मिला है उस स्थान को सील कर दिया जाए.
वहीं, परिसर की वीडियोग्राफी करने वाले गणेश शर्मा में बताया, “गणेश शर्मा ने बताया, “अनुमान है कि 1000 से 1500 फोटो होंगे, 4-5 घंटे का वीडियो शूट हो सकता है.”
इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुए जो ज्ञानवापी मस्जिद का बताया गया. वीडियो में गोलाकार शेप में कटे पत्थर के बीच एक आकृति दिखाई दे दी, जिसे शिवलिंग होने का दावा किया गया.
वहीं, सहायक एडवोकेट कमिश्नर अजय प्रताप सिंह ने एक बड़ा दावा करते हुए कहा है, “वजूखाने का वीडियो सही है. इसमें दिख रही आकृति को हिंदू पक्ष शिवलिंग बता रहा है.”
आपको बता दें कि अदालत ने वीडियोग्राफी-सर्वे की रिपोर्ट 17 मई को पेश करने का आदेश दिया था, लेकिन नियुक्त आयोग रिपोर्ट पेश करने के लिए दो-तीन दिन का अतिरिक्त समय मांगेगा.
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