AIMIM यूपी चीफ का विवादित बयान, बोले- ‘हम तीन शादी करते हैं, इज्जत देते हैं लेकिन तुम…’

अभिनव माथुर

• 11:06 AM • 15 Oct 2022

Sambhal News: एआईएमआईएम (AIMIM) के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने एक बार फिर विवाद खड़ा कर दिया है. संभल पहुंचे शौकत अली ने मंच से दूसरे…

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Sambhal News: एआईएमआईएम (AIMIM) के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने एक बार फिर विवाद खड़ा कर दिया है. संभल पहुंचे शौकत अली ने मंच से दूसरे धर्म में शादियों को लेकर विवादित बयान दे डाला. इसी के साथ उन्होंने साधुओं पर भी विवादित बयान दिया. दूसरे धर्म में शादी को लेकर उन्होंने कहा कि यह लोग कहते हैं कि हमारे यहां तीन-तीन शादियां होती हैं लेकिन हम अगर दो शादियां भी करते हैं तो दोनों को समाज में इज्जत देते हैं, लेकिन तुम एक शादी करते हो, तीन अन्य महिलाओं के साथ संबंध रखते हो और इज्जत भी नहीं देते हो. उन्होंने कहा कि हम दो शादी करते हैं तो इज्जत से रखते हैं, उसे पत्नी बनाते हैं और बच्चों का नाम भी राशन कार्ड में डलवाते हैं.

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इस दौरान एआईएमआईएम (AIMIM) प्रदेश अध्यक्ष ने साधुओं को भी धमकी दी. उन्होंने धमकी भरे अंदाज में कहा कि एक साधु खड़े होकर हमारे बारे में ना जाने क्या-क्या कहता है. हम पूछते हैं कि क्या हम गाजर, मूली और प्याज हैं जो हमारे साथ कुछ भी कर सकते हो. तुम्हारे अंदर कितनी ताकत है हमें पता है. इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि हम ये जानते है कि तुम किसके इशारों पर ये काम कर रहे हो. हमें पता है कि तुम्हारे पीछे केंद्र सरकार और दिल्ली की पुलिस खड़ी है. हमारे लिए यहां बोलने वाला कोई नही है लेकिन वोट लेने के लिए सभी लोग ठेकेदार बन जाते हैं.

हिजाब और ज्ञानवापी पर भी बोले

आपको बता दें कि शुक्रवार देर रात संभल पहुंचे शौकत अली ने हिजाब पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर भी बयान दिया. उन्होंने कहा कि ये देश हिंदुत्व से नहीं संविधान से चलेगा और संविधान से तय होगा कि कौन क्या पहनेगा. मगर बीजेपी इस तरह के मुद्दों को उठाकर देश को तोड़ने का काम कर रही है. उन्होंने आगे कहा कि आर्टिकल 14 के तहत सभी को अधिकार है कि वह अपनी पसंद के कपड़े पहने. हमारे नेता भी इस बात को कह चुके हैं कि जो लोग अपनी बेटी को बिकिनी पहनाना चाहते हैं वह पहनाए संविधान उसकी भी इजाजत देता है.

वही शौकत अली ने ज्ञानवापी फैसले को लेकर कहा कि बाबरी मस्जिद में भी पहले चबूतरे पर क्लेम किया गया और फिर मूर्तिया रखी दी गई लेकिन आज अदालत, जज और सरकार उनकी हैं. अब हम कर भी क्या सकते है.

AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष ने वाराणसी कोर्ट द्वारा हिंदू पक्ष की वैज्ञानिक जांच कराने वाली याचिका को खारिज करने के फैसले पर कहा कि अदालत ने जो भी फैसला दिया है उसको सभी को मानना पड़ेगा. 1991 के कानून में साफ है कि सभी धर्मस्थल पिछली स्थिति में ही रहेंगे लेकिन ज्ञानवापी का मामला नया है. ज्ञानवापी की तरह ही बाबरी मस्जिद  भी यही हुआ था कि पहले चबूतरे पर क्लेम किया और फिर मूर्तिया रखी गई थी.

मंच से सभा को संबोधित करते हुए शौकत अली ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि हम हर चीज पर लड़ाई लड़ेंगे और हमारी लड़ाई पूरी भी होगी. हमारी लड़ाई संविधान के तहत होगी और हम बराबर तुम्हारा जवाब देंगें. उन्होंने कहा कि अभी तक तुम बोलते थे और हम केवल सुनते थे लेकिन अब हम भी बोलेंगे और तुम को सुनना पड़ेगा. आज मदरसा, लिंचिंग, वक्फ और हिजाब पर चीजें हो रही है लेकिन वह किसके साथ हो रही है. ये सब इसलिए हो रहा है क्योंकि मुसलमान को निशाना बनाना आसान है. जब बीजेपी कमजोर होती है तो मुसलमानों के मुद्दे को लेकर आ जाती है.

IPC की धाराओं में केस हुआ दर्ज

AIMIM प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली के विवादित बयान के सामने आने के बाद उनके खिलाफ केस दर्ज हो गया है. इसी के साथ कार्यक्रम के आयोजक और AIMIM प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली सहित तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस ने इस मामले में IPC की धारा 153A, 295A और 188 के तहत केस दर्ज किया है. बता दें कि भाजपा युवा मोर्चा कार्यकर्ता अक्षित अग्रवाल की तहरीर पर पुलिस ने केस दर्ज किया है.

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