Akhilesh Yadav News: अपना दल के संस्थापक सोनेलाल पटेल की 74वीं जयंती के मौके पर रविवार को लखनऊ स्थित समाजवादी पार्टी के कार्यालय में एक कार्यक्रम आयोजित हुआ. यह कार्यक्रम अपना दल (कमेरावादी) की नेत्री और विधायक पल्लवी पटेल की तरफ से आयोजित किया गया. इसमें सपा मुखिया अखिलेश यादव भी शामिल हुए. इस दौरान अखिलेश ने जातीय जनगणना की मांग फिर दोहराई.
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उन्होंने कहा,
“जातीय जनगणना का सवाल आज की राजनीति में समाज को नई दिशा देने के लिए सबसे महत्वपूर्ण सवाल है. अगर हम लोग जातीय जनगणना की मांग करें तो यह लोग कहते हैं हम जातिवादी लोग हैं. क्या सिर्फ कहने से सबका साथ सबका विकास हो जाएगा?”
अखिलेश ने कहा, “सोनेलाल का जन्म स्थान कन्नौज था और हमारा कर्मक्षेत्र भी कन्नौज है. यह कार्यक्रम इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में होना था, लेकिन बीजेपी की साजिश की वजह से यह आज सपा कार्यालय में हो रहा है. बीजेपी के लोग वहां बड़ी-बड़ी बाते कर रहे होंगे, लेकिन जातीय जनगणना को लेकर जो सवाल अपना दल (कमेरावादी) ने खड़ा किया वह सबसे जरूरी सवाल है. जब सब मिलकर यह सवाल उठाएंगे तब हम पर जातिवाद का आरोप लगेगा.”
उन्होंने कहा,
“यह (बीजेपी) नारा देते हैं सबका साथ-सबका विकास, क्या केवल कहने से विकास हो जाएगा या सबके साथ आने से गैर बराबरी खत्म होगी. यह तभी होगी जब जातीय जनगणना और जनसंख्या के आधार पर चीजें मिलें. सोनेलाल ने संघर्ष किया. कई बार उन पर जानलेवा हमले भी हुए, लेकिन वह नहीं डिगे.”
अखिलेश ने कहा, “अगर झूठ को फैलाना हो तो बीजेपी को बुला लो, उनसे बेहतर कोई झूठ नहीं फैला सकता. यह सरकार बताए कि जितने अपॉइंटमेंट अभी हुए हैं उसमें PDA (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक) की संख्या क्या है?”
सपा चीफ ने कहा,
“आंकड़े बताते हैं कि आंकड़ों में भारतीय जनता पार्टी की सरकार समाजवादियों के सामने कहीं टिकती नहीं. इन्वेस्टमेंट मीट में बड़े बड़े एमओयू हुए लेकिन जमीन पर कोई नहीं उतरा.”
महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता अजित पवार ने राज्य की एकनाथ शिंदे नीत सरकार में उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली. इसपर अखिलेश ने कहा, “महाराष्ट्र में जो हो रहा है. पहले एमपी प्रयोगशाला थी बीजेपी की, अब महाराष्ट्र बन गई. चुनाव आते-आते देखना बीजेपी कितने नए प्रयोग करेगी. भले पीडीए को कहीं स्थान न मिले बीजेपी को स्थान हर जगह चाहिए.”
बीएसपी चीफ के बयान ‘हमारी पार्टी यूसीसी लागू करने के खिलाफ नहीं है बल्कि भाजपा और उसकी सरकार द्वारा इसे देश में लागू करने के तौर-तरीकों से सहमत नहीं है.’ पर अखिलेश ने मायावती का बिना लिए कहा, “बीजेपी जो बात कहना चाहती है, वह दूसरों से कहलवाती है, उनके पास ऐसे कई नेता है जो समय समय पर यह काम करते रहते हैं.”
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