अमेठी: स्मृति ईरानी के साथ मंच पर कुछ ऐसा हुआ, जिसे देख सब मुस्कराने लगे, जानें

आलोक श्रीवास्तव

• 07:28 AM • 30 Sep 2022

Amethi News: केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी अपने एक दिवसीय दौरे पर अमेठी पहुंची थी. इस दौरान यहां मंच पर एक ऐसा…

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Amethi News: केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी अपने एक दिवसीय दौरे पर अमेठी पहुंची थी. इस दौरान यहां मंच पर एक ऐसा वाक्य हुआ जिसे देखकर हर कोई मुस्कुराने लगा. दरअसल मुसाफिरखाना के कादूनाला स्थित भाले सुल्तान शहीद स्मारक पर स्मृति ईरानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के मौके पर आयोजित सेवा पखवाड़ा कार्यकम में हिस्सा लेने आई थीं। इस दौरान मंच पर एक बुजुर्ग एमएलसी के स्मृति ईरानी ने पैर छूने की कोशिश की, लेकिन एमएलसी ने उन्हें रोककर खुद उनके पैर छू लिए. स्मृति ईरानी के रोकने पर भी वह नहीं रुके.

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आपका बता दें कि मंच पर बुजुर्ग एमएलसी शैलेंद्र प्रताप सिंह मौजूद थे. वह केंद्रीय मंत्री का स्वागत करने के लिए वहां पहुंचे थे. उन्होंने स्मृति ईरानी का मंच पर स्वागत करते हुए उन्हें बुके दिया. इसके बाद केंद्रीय मंत्री ने बुजुर्ग एमएलसी के पैर छूने की कोशिश की, लेकिन उन्हें रोककर खुद एमएलसी शैलेंद्र प्रताप ने ईरानी के पैर छू लिए. तभी केंद्रीय मंत्री ने उनका हाथ पकड़ लिया और कहा, “ये क्या कर रहे हैं, आप बड़े हैं”. मगर एमएलसी नहीं मानें और उन्होंने पैर छूकर स्मृति ईरानी का आशीर्वाद ले लिया. इसके बाद केंद्रीय मंत्री ने भी हंसकर टाल दिया. लेकिन इस पूरे प्रकरण के बाद राजनीतिक चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है.

कौन हैं शेलेंद्र प्रताप सिंह?

एमएलसी शैलेंद्र प्रताप सिंह की छवि एक बड़े राजनेता के रूप में देखी जाती है. वह इस बार सुल्तानपुर से 5वीं बार एमएलसी चुने गए हैं. माना जाता है कि शैलेंद्र प्रताप सिंह प्रतापगढ़ के कुंडा से विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के बेहद करीबी हैं, इसलिए स्मृति ईरानी और एमएलसी के बीच मुलाकात के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं.

आपको यह भी बता दें कि शैलेंद्र प्रताप सिंह ने कई राजनीतिक दलों के साथ सियासी सफर किया है. इन्होंने पहली बार साल 1990 में एमएलसी चुनाव, जनता दल के टिकट पर लड़ा और जीता था. फिर साल 1996 में निर्दलीय चुनाव लड़कर जीत दर्ज की. इसके बाद शैलेंद्र प्रताप सिंह ने समाजवादी पार्टी का हाथ थामा और 2003 में साइकिल पर सवाल होकर विधान परिषद के सदस्य चुने गए. 2016 के चुनाव में शैलेंद्र प्रताप सिंह ने फिर से विधान परिषद का चुनाव लड़ा और भाजपा के सिंबल पर जीत दर्ज की.

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