UP News: उत्तर प्रदेश में इन दिनों सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अंदर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. एक तरफ सरकार और संगठन के बीच तवालारें खिंची हुई हैं तो दूसरी तरफ पार्टी के विधायक तरह-तरह के आरोप लगा रहे हैं. वहीं, इन सब के बीच सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि क्या सूबे में भाजपा के विधायक ही सुरक्षित नहीं हैं क्या? बता दें कि कैंपियरगंज से भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री फतेह बहादुर सिंह ने एक विस्फोटक बयान दिया है, जिससे सियासी हलचल तेज हो गई है.
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फतेह बहादुर सिंह ने लगाए गंभीर आरोप
आपको बता दें कि पूर्व मंत्री फतेह बहादुर सिंह ने अपनी जान का खतरा बताते हुए प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. विधायक ने कहा कि 11 दिन पहले उन्होंने पुलिस अधीक्षक को खुद के खिलाफ हो रही साजिश और जान से मारने के लिए चंदा इकट्ठा करने की बात बताई थी, लेकिन अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
विधायक की बात को गंभीरता से नहीं लिया गया?
फतेह बहादुर सिंह का आरोप है कि विधायक होने के बावजूद अभी तक उनके मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया है. जिले के आला अधिकारी अपराधियों के साथ मिले हैं और साजिशकर्ता को बचा रहे हैं.
वहीं, भाजपा कार्य समिति और प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी की रिपोर्ट में भी विधायकों ने प्रशासन की तरफ से सपोर्ट ना मिलने की बात कही है.
विधायक ने सीएम योगी से की ये मांग
फतेह बहादुर सिंह ने कहा, "मुझे उम्मीद है कि मुख्यमंत्री इस पर तुरंत संज्ञान लेकर कार्रवाई करेंगे. सरकार के स्थानीय और नीचे के अधिकारी बात नहीं सुन रहे और यह सबसे बड़ी समस्या है."
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