उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के नतीजे आने के बाद से ही सीतापुर जेल में बंद रामपुर विधायक और समाजवादी पार्टी (एसपी) के वरिष्ठ नेता आजम खान लगातार चर्चाओं के केंद्र में हैं. इन दिनों आजम खान अपनी ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से नाराज बताए जा रहे हैं, जिसके चलते तमाम पार्टियां उन्हें अपने खेमे में लाने की कोशिशों में जुटी हई हैं. मगर इस बीच आजम खान की सियासी प्रतिद्वंदी और बीएसपी चीफ मायावती ने उनके पक्ष में ट्वीट किया है, जिससे राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है. बता दें कि मायावती ने कहा है, “आजम खान को करीब सवा दो वर्षों से जेल में बंद रखने का मामला काफी चर्चाओं में है, जो लोगों की नजर में न्याय का गला घोंटना नहीं तो और क्या है?”
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मायावती से गुरुवार को ट्वीट कर कहा,
“यूपी और अन्य बीजेपी शासित राज्यों में भी, कांग्रेस की ही तरह, जिस प्रकार से टारगेट करके गरीबों, दलितों, अदिवासियों एवं मुस्लिमों को जुल्म-ज्यादती व भय आदि का शिकार बनाकर उन्हें परेशान किया जा रहा है, यह अति-दुःखद, जबकि दूसरों के मामलों में इनकी कृपादृष्टि जारी है.”
मायावती
बीएसपी चीफ ने कहा, “इसी क्रम में यूपी सरकार द्वारा अपने विरोधियों पर लगातार द्वेषपूर्ण व आतंकित कार्यवाही तथा वरिष्ठ विधायक मोहम्म्द आजम खान को करीब सवा दो वर्षों से जेल में बंद रखने का मामला काफी चर्चाओं में है, जो लोगों की नजर में न्याय का गला घोंटना नहीं तो और क्या है?”
उन्होंने आगे कहा, “साथ ही, देश के कई राज्यों में जिस प्रकार से दुर्भावना व द्वेषपूर्ण रवैया अपनाकर प्रवासियों व मेहनतकश समाज के लोगों को अतिक्रमण के नाम पर भय व आतंक का शिकार बनाकर, उनकी रोजी-रोटी छीनी जा रही है, वह अनेकों सवाल खड़े करता है जो अति-चिन्तनीय भी है.”
मायावती का आजम खान के समर्थन में किया गया ये ट्वीट मुस्लिम वोट बैंक पर निशाने साधने के तौर पर देखा जा रहा है. हालांकि जेल से छूटने के बाद आजम खान अपने भविष्य को लेकर क्या फैसला लेंगे, इसका जवाब तो वक्त ही देगा. मगर बीएसपी चीफ ने अपने ट्वीट से यूपी के सियासी माहौल को तो गर्म कर ही दिया है.
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