इस बार की अंबेडकर जयंती उत्तर प्रदेश में बीजेपी के लिए खास होगी. यूपी सरकार और बीजेपी बड़े पैमाने पर आयोजन करेगी. पार्टी के कार्यकर्ता दलित बस्तियों में जा कर सरकारी योजनाओं के फायदे बताएंगे. ऐसा कहा जा रहा है कि सरकारी और पार्टी के स्तर पर आयोजनों के जरिए, पार्टी इस वर्ग के साथ रहकर ‘सबका साथ, सबका विकास’ नारे को हकीकत में बदलने का संदेश देना चाहती है. साथ ही मिशन 2024 की राह को आसान बनाना चाहती है.
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अंबेडकर जयंती पर आयोजन
यूपी में जीत के उल्लास में भरी बीजेपी के लिए इस बार अंबेडकर जयंती खास होगी. इसी दिन बीजेपी प्रदेश भर में हर जिला मुख्यालय में आयोजन करेगी. पार्टी के नेता हर जिला कार्यालयों पर न सिर्फ अंबेडकर की तस्वीरों पर माल्यार्पण करेंगे, बल्कि उनके विचारों और जीवन पर गोष्ठी भी करेंगे. अंबेडकर जयंती के कार्यक्रमों के लिए पार्टी के केंद्रीय यूनिट से निर्देश भेजे गए हैं. लखनऊ में BJP मुख्यालय में हलवा और मिष्ठान बांटकर बाबासाहेब का जन्मदिन मनाया जाएगा.
योजनाओं को बताने दलित बस्तियों में जाएंगे नेता, कार्यकर्ता
वैसे देखा जाए तो बीजेपी हर साल अंबेडकर जयंती पर औपचारिक आयोजन करती रही है, लेकिन इस बार बीजेपी का प्लान सिर्फ यहीं तक नहीं है. पार्टी नेता दलित बस्तियों में जा कर सरकारी योजनाओं से वंचित वर्ग को होने वाले लाभ बताएंगे.
यूपी बीजेपी SC मोर्चा के अध्यक्ष रामचंद्र कन्नौजिया ने कहा,
“वंचित वर्ग में अभी भी शिक्षा का प्रतिशत कम है, इसीलिए उनको ऐसी भाषा में समझाया जाएगा जिससे वो समझ पाएं. जैसे धोबी समाज में बिरहा गायन होता है, इन्हें उसके जरिए भी संवाद किया जाएगा. सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे.”
रामचंद्र कन्नौजिया
बीजेपी का मानना है कि मोदी सरकार में आयुष्मान कार्ड से इलाज, जन औषधि केंद्र से दवा लेने और आवास से लेकर शौचालय तक का सबसे ज्यादा लाभ इसी वर्ग को मिला है. इसके लिए इन्हें ये बताना भी जरूरी है कि केंद्र की मोदी सरकार ने उनके लिए ऐसा काम किया है जो कभी नहीं हुआ.
विधानसभा चुनाव के बाद अब मिशन 2024 पर नजर
दरअसल, विधानसभा चुनाव से पहले केंद्र और राज्य की योजनाओं के लाभार्थियों को योजनाओं से मिले लाभ की जानकारी देने के लिए बीजेपी ने ‘लाभार्थी संपर्क अभियान चलाया.’ इन लाभार्थियों में दलित समुदाय के लोग बड़ी संख्या में थे. खुद अनुसूचित जाति मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र कन्नौजिया ने सभी जिलों का दौरा किया.
विधानसभा चुनाव में जिस तरह से दलित समुदाय ने बीजेपी का साथ दिया, उससे पार्टी ने आगे की रणनीति तय की. अब बारी ‘मिशन 2024 की है.’ इसके लिए खास तौर पर दलित वर्ग के बीच जा कर पार्टी योजनाओं के लाभ को बताने के लिए तैयार है. खास बात ये भी है कि बीजेपी जहां 6 अप्रैल को स्थापना दिवस से 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती तक ‘सेवा सप्ताह’ का कार्यक्रम चलाएगी, वहीं 14 अप्रैल को दलित और वंचित वर्ग से संपर्क का कार्यक्रम होगा जो आगे भी किसी न किसी रूप में जारी रहेगा.
सरकार भी करेगी बड़े आयोजन
पार्टी के कार्यक्रमों के अलावा योगी सरकार भी अंबेडकर जयंती पर आयोजन करेगी. लखनऊ के अलावा बरेली, आगरा, गोरखपुर, वाराणसी जैसे शहरों में भी कार्यक्रम होंगे. साथ ही 14 अप्रैल को अंबेडकर महासभा में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री खुद शामिल होंगे. 2018 में अंबेडकर महासभा में आयोजित कार्यक्रम के दौरान ही यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ को अंबेडकर महासभा द्वारा ‘दलित मित्र’ की उपाधि दी गई थी.
बता दें कि 2022 के ‘संकल्प पत्र’ में भी बीजेपी ने दलितों के लिए कई वायदे किए हैं. इनमें जाति प्रमाण पत्र मिलने में देरी नहीं होने के लिए पहल भी है. दरअसल, दलितों को विभिन्न योजनाओं के लाभ के लिए जाति प्रमाण पत्र लेना होता है. ये प्रमाण पत्र 15 दिन के अंदर सभी जांच पूरी कर मिलेगा. इसके साथ ही आवास विहीन दलितों को पट्टे पर जमीन दी जाएगी और उस पर सरकार आवास बनाएगी.
जाहिर है एक चुनाव के बाद दूसरे चुनाव की तैयारी में जुटने वाली बीजेपी लोकसभा चुनाव के लिए अपने ‘दलित एजेंडे’ को धार देने में जुटी है. यूपी बीजेपी के प्रवक्ता हीरो वाजपेयी कहते हैं, “बीजेपी तो सभी महापुरुषों का सम्मान करती है और सभी महापुरुषों की जयंती पर आयोजन करती है. अंबेडकर जयंती मनाने की लेकर भी उत्साह है.”
वहीं, अनुसूचित जाति मोर्चे के अध्यक्ष रामचंद्र कन्नौजिया कहते हैं, “सबसे ज्यादा काम हमारे इन भाइयों के लिए मोदी जी की सरकार ने किया है. 2024 तक हम लोग और भी काम करेंगे. 2024 की जहां तक बात है उनके पास कोई विकल्प नहीं बचेगा वो खुद ही बढ़कर पार्टी का साथ देंगे.”
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