UP Political News: उत्तर प्रदेश में चार बार सत्ता में रहने वाली बहुजन समाज पार्टी (BSP) इन दिनों संघर्षों का सामना कर रही है. 2022 के विधानसभा चुनाव में महज एक सीट पर सिमटी बसपा अब नई रणनीति बनाने में जुट गई है. दरअसल, शीर्ष नेतृत्व की ओर से पार्टी को-ऑर्डिनेटर और अन्य पदाधिकारियों को ऐसे नेताओं की तलाश करने के निर्देश दिए गए हैं, जो वर्ग विशेष में पकड़ रखते हों. वहीं, इन नेताओं का काम देखते हुए पार्टी में उनको बड़ा पद भी दिया जाएगा.
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2017 के बाद से बसपा से दूर हुए बड़े चेहरे
आपको बता दें कि बहुजन समाज पार्टी अब नए नेता बनाने के लिए नई रणनीति अपना रही है. खबर है कि अपने क्षेत्र और खास वर्ग में पकड़ रखने वाले नेताओं को पार्टी द्वारा बड़ी जिम्मेदारियां दी जाएंगी. अभी तक बहुजन समाज पार्टी में मायावती को ही सबसे बड़ा चेहरा माना जाता है. लेकिन धीरे धीरे बहुजन समाज पार्टी से कई बड़े चेहरे दूर हो चुके हैं. 2017 के बाद बहुजन समाज पार्टी के नेताओं के जाने का सिलसिला लगातार बढ़ता गया है. मगर अब पार्टी नए नेताओं को बनाने में जुट गई है.
मायावती ने भतीजे आकाश को दी बड़ी जिम्मेदारी,
साल के अंत तक पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होना है. वहीं अगले साल की शुरुआत में देश में लोकसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में सबसे ज्यादा सांसद चुन कर भेजने वाले सूबे उत्तर प्रदेश में सियासी पारा हाई होना स्वभाविक है. इससे पहले विपक्षी दलों में एकजुटता की कोशिशें तेज हो गई हैं. 23 जून को पटना में इससे जुड़ी एक बड़ी बैठक बुलाई गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी एकता की अगुवाई कर रहे हैं. विपक्षी पार्टियों के बैठक से पहले बसपा सुप्रीमो मायवती ने कांग्रेस पर हमला किया है. वहीं आगामी चुनावों को देखते हुए बसपा सुप्रीमो ने भतीजे आकाश आनंद को राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर बनाया है.
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