Etawah News: मुलायम सिंह यादव उर्फ नेताजी का 10 अक्टूबर 2022 को निधन होने के बाद उनका अंतिम संस्कार इटावा के सैफई में किया गया. इसके चलते पूरे देश से विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं का सैफई पहुंच कर अखिलेश यादव से मिलना और शोक संवेदना व्यक्त करते हुए यादें की चर्चा करने का लगातार सिलसिला चल रहा है.
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अखिलेश से सैफई मिलने पहुंचे गुलाम नबी आजाद
बता दें कि दिवाली के दूसरे दिन यानी मंगलवार को सड़क के रास्ते से होते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद अखिलेश यादव से मिलने पहुंचे. यहां उन्होंने मुलायम सिंह यादव की तस्वीर पर पुष्प अर्पित करते हुए शोक संवेदना व्यक्त की. लगभग आधा घंटे की मुलाकात में आजाद ने अखिलेश यादव के साथ मुलायम सिंह यादव की पुरानी यादें भी साझा कीं. इसके बाद गुलाम नबी आजाद सड़क रास्ते से ही वापस चले गए.
इस बार सैफई में दिवाली नहीं मनाई गई. हालांकि छतों पर दीपक तो रखे गए, लेकिन आतिशबाजी या दिवाली की जो रौनक होती है वह नहीं दिखाई दी. समाजवादी पार्टी के ट्विटर हैंडल से एक फोटो जरूर जारी की गई, जिसमें सैफई में स्थित भगवान कृष्ण की प्रतिमा के पास ‘नेताजी अमर रहें’ दीपक जलाकर लिखा गया.
रीति रिवाज के अनुसार समाधि स्थल पर दीया जलाने की प्रथा है, उसी क्रम में नेताजी के समाधि स्थल पर भी अखिलेश यादव अपने परिवार के सदस्यों के साथ दीपक जलाने पहुंचे थे.
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