उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हालिया जिन्ना विवाद को लेकर लगातार आक्रामक रुख दिखा रहे हैं. इसी क्रम में उन्होंने कहा है कि जिन्नावादी राम भक्तों पर गोलियां चलवाया करते थे, लेकिन भारतीय जनता पार्टी नीत शासन के तहत देश के दुश्मनों और निर्दोष नागरिकों को नुकसान पहुंचाने वालों को निशाना बनाया गया.
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पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तुलना सरदार वल्लभभाई पटेल से करने को लेकर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव की लगातार आलोचना के बाद सीएम योगी ने अब ये बात कही है.
सीएम योगी आदित्यनाथ हरियाणा में फरीदाबाद के प्याला गांव स्थित नाथ संप्रदाय के प्राचीन ‘प्याला कुटी मठ’ में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. यहां उन्होंने कहा, ‘‘जब आप अच्छे लोगों का समर्थन करते हैं तो समाज और देश को इसका लाभ मिलता है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘जरा सोचिए कि यदि देश ने नरेंद्र मोदी को 2014 में प्रधानमंत्री नहीं बनाया होता तो क्या हुआ होता. अराजकता की स्थिति होती. कभी पाकिस्तान, कभी चीन, तो कभी नक्सलियों की बुरी नजरें पड़तीं. कश्मीर में आतंकवादियों ने और अधिक आतंक मचाया होता.’’
उन्होंने कहा कि आतंकवाद की जड़, संविधान के अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को समाप्त कर दिया गया. सीएम ने कहा कि इतना ही नहीं, बल्कि 500 वर्षों से चले आ रहे राम मंदिर के विवाद का समाधान भी निकाला गया. उन्होंने कहा, ‘‘जरा सोचिए, यदि भाजपा (केंद्र में) सत्ता में नहीं होती, यदि मोदीजी प्रधानमंत्री नहीं होते और यदि भाजपा उत्तर प्रदेश में सत्ता में नहीं होती, तो क्या यह सब संभव था.’’
आदित्यनाथ ने पूर्ववर्ती सरकारों पर राम भक्तों पर गोलियां चलवाने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘वे वही लोग हैं, जाने या अनजाने में यह उनके मुंह से बाहर आ जाता है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह जिन्नावादी थे जिन्होंने राम भक्तों पर गोलियां चलवाई. और जब ये जिन्नावादी सत्ता में आएंगे तो वे फिर से राम भक्तों पर गोलियां चलवाएंगे. लेकिन अब गोली आतंकवादियों पर चलेगी, ना कि राम भक्तों पर.’’
उन्होंने कहा, ‘‘गोलियां भारत के दुश्मनों पर चलेगी, जिन्होंने निर्दोष नागरिकों पर हमला किया। गोलियां, राम भक्तों, कृष्ण भक्तों पर नहीं चलेगी.’’ उन्होंने देश को तोड़ने की कोशिश करने वालों को चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसी किसी भी ताकत को कभी सफल नहीं होने दिया जाएगा.
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