उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य अपने ही गृह जनपद कौशांबी में सरकारी योजनाओं का लाभ न देने के मुद्दे पर घिरते दिखाई दे रहे हैं. दरअसल, मामला डिप्टी सीएम के बेटे और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता योगेश मौर्य के जनसंपर्क अभियान से जुड़ा है.
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बता दें कि योगेश मौर्य ग्रामीणों को विकास योजनाओं के बारे में बता रहे थे, तभी मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने डिप्टी सीएम केशव मौर्य समेत स्थानीय विधायक पर वादा खिलाफी और भेदभाव का आरोप लगा दिया. इस दौरान ग्रामीणों ने शौचालय निर्माण और आवास योजना में भेदभाव का खुलकर आरोप लगाया.
ग्रामीणों के आरोप के बाद योगेश मौर्य असहज दिखाई पड़े. इस दौरान योगेश मौर्य चायल विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक संजय कुमार गुप्ता की ओर से भेदभाव किए जाने की बात कहते दिखाई दिए. खबर है कि इस मौके पर भरवारी नगर पालिका परिषद के अधिकारी और कर्मचारी भी मौजूद थे.
आपको बता दें कि इस दौरान योगेश मौर्य बार-बार ग्रामीणों को इस बात की दुहाई देते रहे कि वह अफसरों को गांव मे उनकी समस्या के निस्तारण के लिए ही लेकर आए हैं, लेकिन लोगों ने इसके बाद भी अपना विरोध जारी रखा.
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