लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के बाद से ही प्रियंका गांधी प्रदेश की योगी और केंद्र की मोदी सरकार पर निशाने साधे हुए हैं. इसी क्रम में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने रविवार को वाराणसी में किसान न्याय रैली को संबोधित किया. अब प्रियंका इस मामले को लेकर मौन व्रत करेंगी. रिपोर्ट्स के मुताबिक यह मौन व्रत सोमवार सुबह 10 बजे से एक बजे तक हो सकता है. प्रियंका गांधी इस हिंसा मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी की मांग कर रही हैं. आपको बता दें कि लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में केंद्रीय मंत्री टेनी के आरोपी बेटे आशीष मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया है.
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प्रियंका के मौन व्रत के लिए लखनऊ के सभी पदाधिकारियों को सुबह 9 बजे तक PCC,प्रदेश कांग्रेस आफिस बुला लिया गया है. लखीमपुर की घटना पर कांग्रेस पार्टी उत्तर प्रदेश में अन्य पार्टियों की तुलना में अपनी लीड बरकरार रखना चाहती है. यही वजह है कि पार्टी लगातार विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से इस मामले में अपना विरोध-प्रदर्शन जारी रखे हुए है.
इससे पहले प्रियंका गांधी ने रविवार को वाराणसी में हुई रैली में भी काफी आक्रामक रुख दिखाया था. प्रियंका ने पीएम मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तीखा प्रहार करते हुए दो टूक कहा कि गृह राज्य मंत्री पद से अजय कुमार मिश्रा की बर्खास्तगी तक उनकी पार्टी की लड़ाई जारी रहेगी.
वाराणसी के रोहनियां में आयोजित ‘किसान न्याय रैली’ में ‘जय माता दी’ का उद्घोष करते हुए प्रियंका गांधी ने जनता का आह्वान किया कि उत्तर प्रदेश में परिवर्तन के लिए मिलकर लड़ाई लड़ें. कांग्रेस महासचिव ने कहा,
‘इस देश में गृह राज्य मंत्री के बेटे ने किसानों को गाड़ी के नीचे कुचल दिया, लेकिन प्रशासन उसे बचाने में लगा रहा… दुनिया में कहीं और ऐसा नहीं हुआ होगा कि हत्या के आरोपी को पुलिस निमंत्रण दे कि आपसे पूछताछ करनी है.’
प्रियंका गांधी
प्रियंका गांधी ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने मंच से आरोपी का बचाव किया. उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री लखनऊ में उत्सव मनाने आये, लेकिन किसानों के आंसू पोछने के लिए सिर्फ दो घंटे की दूरी पर लखीमपुर खीरी तक नहीं जा सके.’
(भाषा के इनपुट्स के साथ)
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