UP में 65 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ने का एलान करने वाले अखिलेश ने सहयोगियों को दिया ये खास मैसेज

भाषा

02 Nov 2023 (अपडेटेड: 02 Nov 2023, 02:57 PM)

सपा चीफ ने कहा कि उन्होंने अपने गठबंधन के सहयोगियों को पहले कभी निराश नहीं किया है और आगे भी नहीं करेंगे.

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साल 2024 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की 80 में से 65 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने के संकेत देने वाले समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने अपने गठबंधन के सहयोगियों को पहले कभी निराश नहीं किया है और आगे भी नहीं करेंगे.

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यादव ने सपा की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में 65 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने के संकेत देने और बाकी 15 सीटों पर गठबंधन के साथियों के संतुष्ट होने की सम्भावना से जुड़े सवाल पर संवाददाताओं से कहा,

”सपा ने अभी तक जितने भी गठबंधन किये हैं, उनमें हमारी कोशिश रही है कि गठबंधन के सहयोगी दलों का पूरा सम्मान किया जाए. मैं आज आपके सामने कह रहा हूं, जो भी हमारे गठबंधन के साथी हैं वे कभी पहले निराश नहीं हुए, वे आगे भी निराश नहीं होंगे.”

सपा अध्यक्ष देवबंद सीट से पूर्व विधायक माविया अली के बेटे के वलीमे (शादी के बाद की दावत) में शामिल होने आए थे.

इस सवाल पर कि क्या सपा उत्तर प्रदेश की 80 में से 65 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी, यादव ने कहा, ”यह गिनती (संख्या), इसलिए भी थी क्योंकि वहां पर आए (बैठक में आए) प्रदेश कार्यकारिणी के लोगों ने कई तरह के सुझाव दिये थे कि सपा को इतनी सीटें लड़नी चाहिए, लेकिन मैं आपसे कह रहा हूं कि अभी तक हमने जितने भी गठबंधन किए हैं उनके साथियों को निराश नहीं किया है.”

सपा अध्यक्ष यादव ने बुधवार को लखनऊ में हुई पार्टी की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में कार्यकर्ताओं से उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर मजबूत तैयारी करने के निर्देश देते हुए 65 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने के संकेत दिए थे.

उन्होंने कहा था कि प्रदेश में कोई भी गठबंधन सपा की मदद के बिना चुनाव नहीं जीत सकता इसलिए सपा सभी 80 सीटों पर बूथ स्तर तक पुख्ता तैयारी करे.

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) गठबंधन के तहत टिकट बंटवारे को लेकर कांग्रेस के साथ हाल में हुई तल्खी के बारे में पूछे गए एक सवाल पर सपा प्रमुख ने कहा,

”मध्य प्रदेश में जो बात खत्म हो गयी है, उस बात को हम लोग न उठायें. ये शायद हमारी समझ के बाहर था या फिर हमने ज्यादा समझ लिया था.”

उन्होंने कहा, “मुझे लगा कि मध्य प्रदेश में अगर उनके (कांग्रेस) लोग बातचीत कर रहे हैं तो हमें साथ लेकर चलेंगे। अब साफ हो गया है कि राज्य स्तर पर कोई गठबंधन नहीं है तो कोई बात नहीं है लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर जो गठबंधन है उसको पीडीए (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक) एक रणनीति के तहत मदद करेगा.”

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया,

“पीडीए ही भाजपा नीत राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) को हराएगा. राजग के लोगों ने पीडीए को धोखा दिया है. भाजपा के राज में पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक, मुसलमान सबसे ज्यादा पीड़ित हैं और उनके साथ सबसे ज्यादा अन्याय हुआ है.”

आम आदमी पार्टी नेता एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय की ओर से नोटिस भेजे जाने के सवाल पर सपा प्रमुख ने कहा, ”चाहे अरविंद केजरीवाल हों या आदरणीय आजम खां हों या फिर सपा के और विधायक हों, अगर वे जनता की आवाज उठायेंगे तो इन पर मुकदमा दर्ज हो जाएगा। ये सब इसलिये परेशान किये जा रहे हैं क्योंकि भाजपा को लगता है कि ये ताकत बनकर उभरेंगे. अगर उनको यही दबा देंगे तो उनके दल का मनोबल गिर जाएगा.”

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