Mainpuri Byelection: यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी लोकसभा की सीट खाली हो गई है. सीट को भरने के लिए चुनाव आयोग ने मैनपुरी उपचुनाव की घोषणा कर दी है और यहां 5 दिसंबर को मतदान होगा. चुनाव की घोषणा होते ही सभी राजनीतिक दलों ने अपनी ओर से जोर आजमाइश शुरू कर दी है.
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बता दें कि सबसे पहले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभापसा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने इटावा पहुंचकर मैनपुरी लोकसभा सीट और मुजफ्फरनगर की खतौली विधानसभा सीट के लिए प्रत्याशियों की घोषणा की. उन्होंने मैनपुरी लोकसभा सीट पर रमाकांत कश्यप और खतौली से रमेश प्रजापति को टिकट दिया है. वहीं, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपनी पैतृक सीट को बरकरार रखने के लिए अपनी ही पत्नी डिंपल यादव को पार्टी प्रत्याशी बनाया है.
प्रशासन की क्या है तैयारी?
मैनपुरी उपचुनाव की तैयारियां शुरू हो गई हैं. इटावा की जसवंत नगर विधानसभा सीट होने की वजह से इटावा जिला प्रशासन पूरी तैयारियों से जुट गया है. जिला प्रशासन ने जसवंत नगर विधानसभा में 339 मतदान केंद्र निर्धारित कर दिए हैं, जिन पर 443 बूथ बनाए गए हैं और यहां मतदाता अपने वोट की ताकत दिखाएंगे.
सभी मतदान केंद्रों पर जिला प्रशासन और पुलिस सुरक्षा के दृष्टिगत वरिष्ठ अधिकारी विधानसभा में पहुंचकर स्थितियों का जायजा ले रहे हैं. इटावा में मतदान होना है इसलिए जसवंत नगर तहसील क्षेत्र में 181, ताखा तहसील क्षेत्र में 120, सैफई में 108, इटावा क्षेत्र में 65 और भरथना तहसील क्षेत्र में 9 बूथ बनाए जा रहे हैं.
जनपद के सहायक निर्वाचन अधिकारी उदय नारायण सिंह ने बताया कि चुनाव की तैयारियां की जा रही हैं. सभी मतदान केंद्रों और बूथों पर बारी-बारी से निरीक्षण कर व्यवस्थाएं की जा रही हैं.
मैनपुरी उपचुनाव: अखिलेश के पास ये चार विकल्प थे, पर डिंपल यादव को ही क्यों चुना गया? जानिए
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