MLC उपचुनाव: निर्मला पासवान को BJP ने क्यों बनाया प्रत्याशी? यहां जानिए इनसाइड स्टोरी

पंकज श्रीवास्तव

• 10:11 AM • 01 Aug 2022

UP MLC Election : उत्तर प्रदेश विधान परिषद की दो सीटों पर 11 अगस्त को होने वाले उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने…

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UP MLC Election : उत्तर प्रदेश विधान परिषद की दो सीटों पर 11 अगस्त को होने वाले उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने काशी क्षेत्र की उपाध्यक्ष निर्मला पासवान को अपना प्रत्याशी बनाया है. इसी के चलते आज यानी सोमवार को पासवान ने विधान भवन के केंद्रीय कक्ष में भाजपा उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन दाखिल किया. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे.

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आइए आपको विस्तार से बताते हैं कि कौन हैं निर्मला पासवान और बीजेपी ने क्यों उन्हें अपना प्रत्याशी बनाया है?

UP MLC Election 2022 : बताया जा रहा है कि पासी समुदाय के वोटरों और महिला वोटरों को लुभाने के लिए बीजेपी ने निर्मला पासवान को चुना है. वह करीब 30 सालों से बीजेपी की सक्रिय कार्यकर्ता हैं और साल 2012 में सोरांव से विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुकी हैं.

आपको बता दें कि महिला मोर्चा की नेता निर्मला पासवान प्रयागराज से ताल्लुक रखती हैं. वह दलित समुदाय से आती हैं. निर्मला पासवान पिछले 30 सालों से बीजेपी की सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में काम कर रही हैं. वह महिला मोर्च सहित कई प्रकोष्ठ में काम कर चुकी हैं. निर्मला छावनी परिषद में पार्षद भी रह चुकी हैं. निर्मला वर्ष 2012 में सोरांव से विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन वह जीत नहीं पाई थीं. पार्टी ने निर्मला पासवान पर एकबार फिर भरोसा जताया है और विधान परिषद उपचुनाव का टिकट दिया है.

MLC By-Election : डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की बेहद करीबी माने जाने वालीं निर्मला पासवान को टिकट देने के पीछे माना जा रहा है कि निर्मला दलित और महिला मतदातों को साधने के लिए लाई गई हैं. उनकी ये 30 साल की मेहनत का नतीजा भी माना जा रहा है.

वहीं, विधानसभा में सदस्यों की संख्या को देखते हुए विधान परिषद में निर्मला पासवान की जीत तय मानी जा रही है. उत्तर प्रदेश के हुए विधानसभा चुनाव 2022 में भारतीय जनता पार्टी की जीत में दलित और ओबीसी वोट बैंक का बड़ा योगदान रहा है. इस समीकरण को 2024 के होने वाले लोकसभा चुनाव मैं भी बरकरार रखने का प्रयास किया गया है.

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