Uttar Pradesh News : फरवरी का महीना चल रहा है और उत्तर प्रदेश में गुलाबी ठंड पड़ रही है,वहीं इस गुलाबी ठंड में प्रदेश फिजाओं सियासी गर्मी अभी से महसूस होने लगी है. बता दें कि मंगलवार को समाजवादी पार्टी को एक नहीं बल्कि दो-दो बड़े झटके लगे हैं. पहला झटका स्वामी प्रसाद मौर्य ने सपा के राष्ट्रीय महासचिव के पद से इस्तीफा देकर दिया तो वहीं दूसरा झटका अपना दल कमेरवादी पार्टी की नेता व सपा विधायक पल्लवी पटेल ने दिया. पल्लवी पटेल ने राज्यसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के कैंडिडेट को वोट ना देने की बात कही है.
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सपा के पक्ष में नहीं करेंगी वोट
अपना दल (कमेरवादी) ने स्पष्ट कर दिया है कि वह राज्यसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के कैंडिडेट को वोट नहीं करेंगे. जानकारी के मुताबिक अखिलेश यादव ने जिस तरीके से राज्यसभा में जया बच्चन और आलोक रंजन को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया है, इससे अपना दल (कमेराबादी) यानी कि पलवी पटेल का गत बेहद नाराज हैं. उनका मानना है कि अखिलेश यादव के PDA के नारे के विपरीत यह उम्मीदवार तय किए गए हैं. ऐसे में उनकी पार्टी राज्यसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के पक्ष में वोट नहीं डालेगी.
पहले स्वामी प्रसाद मौर्य ने दिया झटका
इससे पहले स्वामी प्रसाद मौर्य ने सपा मुखिया अखिलेश यादव को चिट्ठी लिखकर पार्टी के महासचिव पद से इस्तीफा दिया था. उन्होंने अपने बयानों के लिए पार्टी की ओर से निजी बताए जाने पर नाराजगी जाहिर की और कहा कि इसकी वजह से अगर पार्टी का जनाधार बढ़ रहा है तो ये बयान निजी कैसे हो सकते हैं? उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी में महासचिव पद के अलग-अलग लोगों के बयानों के साथ भेदभाव किया जाता है. स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने एक्स अकाउंट पर त्यागपत्र को साझा करते हुए संज्ञानार्थ लिखा है और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव व समाजवादी पार्टी को टैग किया है. स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि पद के बिना भी सपा को सशक्त बनाने में तत्पर रहूंगा.
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