15 दिसंबर को उत्तर प्रदेश विधानसभा का सत्र शुरू होने से पहले समाजवादी पार्टी (एसपी) और कांग्रेस के नेताओं ने विधानसभा परिसर के बाहर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के खिलाफ अलग-अलग मुद्दों को लेकर जमकर प्रदर्शन किया.
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इस दौरान एसपी नेता हाथ में तख्तियां लिए नारेबाजी करते हुए नजर आए. आपको बता दें कि एसपी नेताओं ने महंगाई, जातिवार जनगणना, 69000 शिक्षक भर्ती, निजी क्षेत्र में आरक्षण, कश्यप-निषाद-बिंद-राजभर-प्रजापति जातियों को अनुसूचित जाति में आरक्षण देने की मांग समेत अन्य मुद्दों पर बीजेपी को घेरने की कोशिश की.
इसके अलावा समाजवादी पार्टी के नेता ‘कमर तोड़ महंगाई है, जबसे भाजपा आई है’ जैसे नारे लगाते हुए दिखे. वहीं, कुछ नेता हाथ में गन्ना, एलपीजी सिलिंडर का कटआउट और सिर पर बोरा रख धान पर MSP की गारंटी की मांग करते भी नजर आए.
वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी ने भी इस दौरान अपना विरोध-प्रदर्शन किया. कांग्रेस पार्टी के विधायक गांधी प्रतिमा से मार्च करते हुए विधानसभा पहुंचे. इस मौके पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, आराधना मिश्रा मोना और दीपक सिंह समेत अन्य नेता मौजूद रहे. इस दौरान कांग्रेस पार्टी ने मुख्य रूप से लखीमपुर हिंसा मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त करने की मांग की.
कांग्रेस नेता आराधना मिश्रा ने कहा,
“SIT की रिपोर्ट की जो फाइंडिंग्स हैं, वे बहुत ही गंभीर हैं. उसमें स्पष्ट है कि अजय कुमार टेनी के बेटे की भूमिका..सुनियोजित थी, पहले से साजिश रची गई. कल SIT की रिपोर्ट आई है, यह गंभीर विषय है. किसानों के अधिकार का विषय है, तो आज ये मुद्दा हम फिर से उठाएंगे.”
आराधना मिश्रा
इससे पहले, अजय कुमार लल्लू ने मंगलवार को लखीमपुर खीरी हिंसा में विशेष जांच दल (एसआईटी) की जांच रिपोर्ट का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा ‘टेनी’ को बर्खास्त कर उन्हें गिरफ्तार किए जाने की मांग की थी.
लखीमपुर हिंसा: अखिलेश बोले- ‘जीप से कुचलने की साजिश साबित, टेनी हों बर्खास्त’
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