उत्तर प्रदेश में 36 सीटों के लिए विधान परिषद चुनाव का 9 अप्रैल को मतदान होगा. इस चुनाव में वोटिंग के लिए 8 अप्रैल को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने गांव सैफई और उनके पिता मुलायम सिंह यादव इटावा स्थित अपने आवास पर पहुंचे. दोनों नेता शुक्रवार को होने वाले एमएलसी चुनाव में सैफई ब्लॉक में मतदान करेंगे.
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हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव मैनुपरी की करहल सीट से विधायक चुने गए हैं, इसलिए वह एमएलसी चुनाव में विधायक मतदाता के तौर पर वोट डालेंगे. वहीं समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव मैनपुरी लोकसभा सीट से सांसद हैं. ऐसे में वह सांसद मतदाता के रूप में एमएलसी चुनाव में मतदान करेंगे.
बता दें कि अखिलेश यादव ने शनिवार को होने वाले विधान परिषद सदस्यों के चुनाव में निष्पक्षता और पारदर्शिता के लिए मुख्य चुनाव आयुक्त से विशेष प्रबंध की मांग की है.
एसपी मुख्यालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, अखिलेश यादव ने कहा कि विधान परिषद के चुनाव में नौ अप्रैल को होने वाले मतदान में निष्पक्षता और पारदर्शिता बनी रहे, इसके लिए मुख्य चुनाव आयुक्त को विशेष प्रबंध करने चाहिए क्योंकि जिस तरह से मुख्यमंत्री और दूसरे भाजपा नेता विधान परिषद की सभी सीटें जीत लेने का बयान दे रहे हैं उससे सरकार की मंशा पर प्रश्नचिह्न लगना स्वाभाविक है.
पूर्व मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि लोकतंत्र की पवित्रता एवं स्वतंत्र-निष्पक्ष मतदान के लिए निर्वाचन आयोग अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी का निर्वहन करेगा और कल होने वाले मतदान में सत्ता पक्ष को कोई धांधली नहीं करने देगा, इसकी उम्मीद करते हैं.
एसपी प्रमुख ने कहा कि भाजपा ने पंचायत चुनावों में जिस तानाशाही से विपक्ष के नामांकन पत्रों की लूट की उससे यह बात स्पष्ट हो गई कि भाजपा का लोकतंत्र और स्वतंत्र-निष्पक्ष निर्वाचन में तनिक भी विश्वास नहीं है.
उन्होंने कहा कि स्थानीय प्राधिकारी विधान परिषद चुनावों में भी भाजपा सरकार के दबाव में निर्विरोध चुनाव का नाटक किया गया है और इन घटनाओं के परिप्रेक्ष्य में यह निष्कर्ष स्वतः निकलता है कि भाजपा सरकार इस चुनाव में भी धांधली से बाज नहीं आने वाली है और वह विधान परिषद में जबरन बहुमत बनाने की साजिश कर रही है.
(भाषा के इनुपट्स के साथ)
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