समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस (Akhilesh Yadav Press conference) की. इस मौके पर अखिलेश ने सपा के सदस्यता अभियान की शुरुआत की. अखिलेश ने कहा ये अभियान जारी रहेगा और कोशिश रहेगी कि ज्यादा से ज्यादा शहर, गांव और घर-घर तक पहुंचा जाए. इसके अलावा, अखिलेश बताया की रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव में प्रचार करने के लिए वह इसलिए नहीं गए थे क्योंकि संगठन के लोगों ने उन्हें आश्वासन दिया था कि जीत निश्चित है. साथ ही उन्होंने अफसरों पर धांधली का भी आरोप लगाया.
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सपा प्रमुख ने बड़ी जानकारी साझा करते हुए बताया कि सदस्यता अभियान खत्म होने के बाद संगठन को फिर से बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि ‘सपा का लोकतंत्र बचाने का अभियान लगातार चलता रहेगा.’
अखिलेश यादव् ने बताया कि सदस्यता अभियान के लिए वे खुद गांव-गांव जाएंगे. उन्होंने कहा, “आने वाले दिनों में हम लोग खुद गांवों में जाएंगे, बैठेंगे और सदस्य बनाएंगे. सदस्य बनाते समय, पार्टी की नीति, कार्यक्रम और उपलब्धियां बताई जाएंगी.”
बता दें कि कि सोमवार को सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने अपने दूसरे कार्यकाल के शुरूआती 100 दिनों का रिपोर्ट कार्ड पेश किया था. इस विषय पर सपा प्रमुख ने तीखा प्रहार करते हुए कहा,
“सरकार को 5 साल 100 दिन की उपलब्धि बतानी चाहिए थी. सबसे बड़ी उपलब्धि की पोल तो तब खुल गई जब उनके डिप्टी सीएम (ब्रजेश पाठक) लखनऊ छोड़कर के गए और जब वापस आए तब उन्हें पता चला कि उनसे बिना पूछे ही ट्रांसफर हो गए. 100 दिन की यही उपलब्धि है और ये वो डिप्टी सीएम हैं जिन्होंने सबसे ज्यादा छापे मारे.”
अखिलेश यादव
सपा सुप्रीमो ने आगे कहा, “सबसे बड़ी उपलब्धि यह है सरकार कि यूपी दारोगा भर्ती, इतने बड़े पैमाने पर जिसमें धांधली हुई हो…न जाने कितने लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी हो, जो जेल में थे वो भी भर्ती हो गए, तो ये 100 दिन की उपलब्धि मानें या 5 साल 100 दिन की उपलब्धि मानें?”
अखिलेश ने कहा, “जो ये हाल में फीता काटेंगे, वो भी समाजवादियों की उपलब्धि है पुराने साल की. सुना है लखनऊ में मॉल का उद्घाटन होने जा रहा है, जाइए और पूछिए सरकार के लोगों से कि ये मॉल किसकी उपलब्धि है.”
सीएम योगी पर तंज कसते हुए अखिलेश ने कहा, “जो मुख्यमंत्री समाजवादियों के स्टेडियम में शपथ लेने के लिए जाना पसंद करते हों, उनपर कौनसी सी उपलब्धि है?
रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव में प्रचार न करने जाने को लेकर अखिलेश ने कहा, “हमारी पार्टी के नेता, संगठन ने कहा आप को आने की जरूरत नहीं है, हम जीत जाएंगे. हमें संगठन और जनता पर भरोसा था, लेकिन ये नहीं पता था कि अधिकारी लोग वोट डालने के लिए नहीं निकलने देंगे.” बता दें कि दोनों ही सीटों पर भाजपा के प्रत्याशियों को जीत मिली थी.
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